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पाक में सेना को आजाद कराने के लिए याचिका

१५ मई २०११

पाकिस्तान की एक अदालत में सेना प्रमुख जनरल अशफाक कियानी को सशस्त्र सेनाओं के सुप्रीम कमांडर बनाने के लिए याचिका दायर की गई है. फिलहाल यह अधिकार राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के पास है.

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Pakistans newly appointed Army Chief Gen. Ashfaq Kayani arrives for a change of command ceremony in Rawalpindi, Pakistan on Wednesday, Nov. 28, 2007. Pakistan's President Gen. Pervez Musharraf stepped down from his powerful post as Pakistan's military commander, a day before he was to be sworn in as a civilian president as part of his long-delayed pledge not to hold both jobs. (AP Photo/Anjum Naveed)
जनरल अशफाक कियानीतस्वीर: AP

याचिका में दावा किया गया है कि बिन लादेन को मारने के लिए की गई कार्रवाई की जिम्मेदारी सेना के अधिकारियों पर डालने की कोशिश की जा रही है. लाहौर हाईकोर्ट में वरिष्ठ वकील राणा इलामुद्दीन गाजी ने चौधरी मुहम्मद सिद्दीकी नाम के एक नागरिक की तरफ से याचिका दायर की है.

सेना होती तो...

याचिका में कहा गया है कि ओसामा बिन लादेन को मारने के अमेरिकी ऑपरेशन की सारी जिम्मेदारी सरकार सेना पर डालने की तैयारी कर रही है. 2 मई को एक विशेष ऑपरेशन में ओसामा बिन लादेन को अमेरिकी सेना ने एबटाबाद में मार डाला.

याचिका में दावा किया गया है कि सरकार ने अगर सेना को अमेरिकी हमले का जवाब देने के लिए आदेश दिया होता तो अमेरिकी सेना के लिए पाकिस्तान की जमीन पर इस कार्रवाई को अंजाम दे पाना नामुमकिन होता.

### Achtung, nicht für CMS-Flash-Galerien! ### In this photo taken on Nov. 17, 2009, Pakistani troops walk on a hilltop post near Ladha, a town in the Pakistani tribal region of South Waziristan along the Afghan border. For Pakistan's army, ejecting militants from safe havens near the Afghan border has proven to be the easy part. The problems come later: The guerrillas creep back and carry out attacks. Civilians never return. (AP Photo/Anjum Naveed)
तस्वीर: AP

आजाद हो सेना

याचिकाकर्ता ने साफ साफ कहा है कि सेना को सरकार के नियंत्रण में नहीं होना चाहिए. इसके पीछे दलील दी गई है कि अगर कभी देश की सीमाओं का उल्लंघन हो तो सेना स्वतंत्र रूप से उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए खुद फैसला ले सके.

ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए अमेरिकी हमले के बाद देश में सेना के लिए भी लोगों के मन में भारी गुस्सा है. माना जा रहा है कि सेना के समर्थन में अभियान चलाने के लिए ही यह याचिका दायर की गई है. अमेरिकी सैनिकों ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को इत्तिला देना भी जरूरी नहीं समझा और पूरा ऑपरेशन खत्म करके कमांडो जब वापस लौट गए तब पाकिस्तान को इसकी जानकारी दी गई.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः वी कुमार

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