पाक में सेना को आजाद कराने के लिए याचिका
१५ मई २०११याचिका में दावा किया गया है कि बिन लादेन को मारने के लिए की गई कार्रवाई की जिम्मेदारी सेना के अधिकारियों पर डालने की कोशिश की जा रही है. लाहौर हाईकोर्ट में वरिष्ठ वकील राणा इलामुद्दीन गाजी ने चौधरी मुहम्मद सिद्दीकी नाम के एक नागरिक की तरफ से याचिका दायर की है.
सेना होती तो...
याचिका में कहा गया है कि ओसामा बिन लादेन को मारने के अमेरिकी ऑपरेशन की सारी जिम्मेदारी सरकार सेना पर डालने की तैयारी कर रही है. 2 मई को एक विशेष ऑपरेशन में ओसामा बिन लादेन को अमेरिकी सेना ने एबटाबाद में मार डाला.
याचिका में दावा किया गया है कि सरकार ने अगर सेना को अमेरिकी हमले का जवाब देने के लिए आदेश दिया होता तो अमेरिकी सेना के लिए पाकिस्तान की जमीन पर इस कार्रवाई को अंजाम दे पाना नामुमकिन होता.
आजाद हो सेना
याचिकाकर्ता ने साफ साफ कहा है कि सेना को सरकार के नियंत्रण में नहीं होना चाहिए. इसके पीछे दलील दी गई है कि अगर कभी देश की सीमाओं का उल्लंघन हो तो सेना स्वतंत्र रूप से उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए खुद फैसला ले सके.
ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए अमेरिकी हमले के बाद देश में सेना के लिए भी लोगों के मन में भारी गुस्सा है. माना जा रहा है कि सेना के समर्थन में अभियान चलाने के लिए ही यह याचिका दायर की गई है. अमेरिकी सैनिकों ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को इत्तिला देना भी जरूरी नहीं समझा और पूरा ऑपरेशन खत्म करके कमांडो जब वापस लौट गए तब पाकिस्तान को इसकी जानकारी दी गई.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः वी कुमार