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पाक की भारत में निवेश सुविधा की मांग

२९ सितम्बर २०११

भारत और पाकिस्तान ने अगले तीन साल में अपना कारोबार तिगुना करने का फैसला किया है. लेकिन दोनों देश व्यापारिक संधि से दूर हैं. भारत सर्वाधिक वरीयता का दर्जा चाहता है तो पाकिस्तान भारत में निवेश करने की सुविधा मांग रहा है.

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तस्वीर: AP

नई दिल्ली में दोनों देशों के वाणिज्य मंत्रियों आनंद शर्मा और मखदूम अमीन फहीम की बातचीत में माल के लाने ले जाने और निवेश में बाधा को दूर करने पर बातचीत हुई. लेकिन पाकिस्तान की ओर से भारत को सर्वाधिक वरीयता वाले देश का दर्जा देने पर कोई चर्चा नहीं हुई. भारत व्यापारिक संबंधों को बढ़ाकर भरोसे का माहौल बनाना चाहता है ताकि शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके, लेकिन पाकिस्तान ने न तो यह दर्जा देने की और न ही नकारात्मक सूची को छोटा करने की पहल की है. हालांकि दोनों देशों ने 2014 तक पारस्परिक कारोबार बढ़ाकर छह अरब डॉलर करने की बात कही है.

भारत की मांग

भारत व्यापारिक मोर्चे पर आगे बढ़ने के लिए पाकिस्तान से सर्वाधिक वरीयता प्राप्त देश का दर्जा पाने की मांग करता रहा है. साथ ही वह दक्षिण एशिया फ्री ट्रेड एग्रीमेंट साफ्टा का अनुमोदन करने और उसे लागू करने की भी मांग कर रहा है ताकि भारतीय माल को पाकिस्तानी बाजार में जगह मिल सके.

विश्व व्यापार संगठन के नियमों के तहत कारोबारी साझेदार एक दूसरे के साथ भेदभाव न करने के लिए सर्वाधिक वरीयता का दर्जा देते हैं. इसके तहत सीमा शुल्क और कस्टम ड्यूटी घटा दी जाती है. इस समय पाकिस्तान ने 12 हजार वस्तुओं को नकारात्मक सूची में डाल रखा है जबकि 1948 आइटम सकारात्मक सूची में हैं.

पाकिस्तानी वाणिज्य मंत्री मखदूम अमीन फहीम 50 सदस्यों वाले उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत में हैं. पिछले 35 साल में किसी पाकिस्तानी वाणिज्य मंत्री का यह पहला भारत दौरा है. कारोबार बढ़ाने क लिए वाघा बॉर्डर पर एक और व्यापारिक सीमा चौकी खोली गई है. फहीम ने भारत से निवेश की सुविधा की मांग की है.

नवम्बर में अगली बैठक

एक साझा बयान में दोनों देशों ने वाणिज्य सचिवों को व्यापारिक संबंधों को सामान्य बनाने का काम जारी रखने को कहा है. वाणिज्य सचिवों राहुल खुल्लर और उनके सहयोगी जफर महमूद की बैठक नवम्बर में होगी. भारत पाकिस्तानी बाजार के अलावा पाकिस्तान के रास्ते केंद्रीय एशिया के देशों तक पहुंच हासिल करना चाहता है जबकि पाकिस्तान की नजर भारत के सवा अरब उपभोक्ताओं पर है.

भारत और पाकिस्तान के बीच कोई औपचारिक व्यापारिक समझौता नहीं है, लेकिन 1996 से भारत ने उसे सर्वाधिक वरीयता वाले देश का दर्जा दे रखा है. पाकिस्तान ने भारत से आयात की जाने वाली चीजों की एक सकारात्मक सूची बना रखी है जिसमें इस समय 1075 सामान हैं.

अमेरिका ने सीमाई कारोबार बढ़ाने की भारत पाक वार्ता का स्वागत किया है. अमेरिकी उप विदेश मंत्री टॉम नाइड्स ने यह बात पाकिस्तानी वित्त मंत्री अब्दुल हफीज शेख से कही. दोनों की मुलाकात अमेरिका पाकिस्तान सामरिक संवाद के तहत आर्थिक और वित्तीय कार्यदल की पांचवीं बैठक के मौके पर हुई.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: वी कुमार

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