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नोकिया ने एप्पल पर मुक़दमा ठोका

२३ अक्टूबर २००९

मोबाइल कंपनी नोकिया ने आईफोन बनाने वाली कंपनी एप्पल पर मुक़दमा ठोक दिया है. नोकिया के मुताबिक़ एप्पल ने उसके पेटेंट अधिकारों को छेड़छाड़ की है. नोकिया ने छेड़छाड़ के कई मामलों का हवाला दिया है.

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एप्पल के स्टीव जॉब्सतस्वीर: AP

दुनिया भर के मोबाइल फ़ोन बाज़ार पर राज करने वाली फिनलैंड की कंपनी नोकिया का कहना है कि एप्पल उसकी तकनीक का मुफ़्त में इस्तेमाल कर रही है. आम आदमी की ज़ुबान पर सवार कंपनी नोकिया के मुताबिक़ एप्पल ने अपने आईफ़ोन में ऐसी सुविधाएं ऐसी दी है जो असल में नोकिया की है. नोकिया के पास इन तकनीकों का पेटेंट है.

गुरुवार को अमेरिकी कंपनी एप्पल के ख़िलाफ़ डेलावेर के फ़ेडरल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में मुक़दमा दायर किया. नोकिया लीगल एंड इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी के उपाध्यक्ष इका राहनेस्टो ने कहा, ''नोकिया की इंटलेक्चुअल (बौद्धिक) संपत्ति की शर्तों को मानने से एप्पल इनकार कर रहा है. एप्पल नोकिया के अविष्कारों का मुफ़्त में फायदा उठाना चाहता है.''

Deutschland Nokia Schliessung in Bochum Pressekonferenz
नोकिया के आरोपतस्वीर: AP

नोकिया का वायरलैस डाटा, स्पीच कोडिंग, सिक्योरिटी और इंक्रिप्शन (कोड लिखने की ख़ास) प्रणाली पर अधिकार है. उसका कहना है कि बीते 20 सालों में उसने इन तकनीकों को इजाद करने के लिए चार हज़ार करोड़ यूरो ख़र्च किए. कंपनी कहती है कि इन सुविधाओं को बांटने के लिए उसने कई कंपनियों से क़रार भी किया है. लेकिन नोकिया का आरोप हैं कि एप्पल ने बिना अनुमति लिए अपने आईफ़ोन में ये सारी सुविधाएं दी.

इका राहनेस्टो यह भी कहते हैं, ''मोबाइल उद्योग का यह मूल सिद्धांत है कि जो कंपनियां स्टैंडर्ड तकनीक हासिल करने के लिए कुछ करती हैं, उसे बाद में इस तकनीक का इस्तेमाल करने वाली कंपनियां पैसा देती है.''

दोनों दिग्गज कंपनियों की यह कानूनी जंग एक ऐसे वक़्त में छिड़ी है जब नोकिया अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में शीर्ष पर बने रहने की जी तोड़ कोशिश कर रही है और एप्पल उसे कड़ी टक्कर दे रही है. हाल के महीनों में जहां नोकिया का मुनाफ़ा कम होता जा रहा है वहीं एप्पल के लिए आईफ़ोन सोने का सिक्का साबित होता जा रहा है.

रिपोर्ट: डीपीए/ओ सिंह

संपादन: ए कुमार