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नावाल्नी को जहर नहीं दिया गया: रूसी डॉक्टर

२१ अगस्त २०२०

रूस में डॉक्टरों का दावा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आलोचक अलेक्सी नावाल्नी को जहर दिए जाने का कोई प्रमाण नहीं मिला है. लेकिन नावाल्नी के समर्थक कहते हैं कि डॉक्टर जहर देने के मामले पर पर्दा डाल रहे हैं.

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Russland Omsk | Alexander Murachowski - Leitender Arzt des City Clinical Emergency Hospital
तस्वीर: picture-alliance/dpa/A. Kryazhev

नावाल्नी गुरुवार को एक घरेलू उड़ान से मॉस्को जा रहे थे कि जब उनके अचानक बीमार होने के कारण उनके विमान की ओम्स्क में इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी. उन्हें तुरंत आईसीयू में दाखिल कराया. इस समय नावाल्नी कोमा में है. रूसी अधिकारियों का कहना है कि उनकी हालत इतनी गंभीर है कि वे यात्रा नहीं कर सकते.

इससे पहले, जर्मनी के एक गैर सरकारी संगठन 'द सिनेमा फॉर पीस फाउंडेशन' ने नावाल्नी को बर्लिन लाने के लिए एक विमान रवाना किया. लेकिन रूसी डॉक्टरों ने नावाल्नी को देश छोड़ने की अनुमति नहीं दी. नावाल्नी के समर्थकों का कहना है कि डॉक्टर रूसी सरकार से मिल रहे आदेशों को मान रहे हैं और नावाल्नी की सेहत की उन्हें कोई परवाह नहीं है. उनका आरोप है कि अधिकारी नावाल्नी को जहर दिए जाने के मामले पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं.

अभी नावाल्नी ओम्स्क के अस्पताल में ही हैं. डॉक्टरों का कहना है कि उनकी तबियत कुछ बेहतर हुई है. लेकिन अब भी हालत गंभीर बनी हुई है. ओम्स्क के अस्पताल के मुख्य चिकित्सक अनातोली कालीनिचेंको का कहना है कि नावाल्नी के शरीर में किसी जहरीले तत्व के अंश नहीं मिले हैं. ओम्स्क में कालीनिचेंको ने पत्रकारों को बताया, "अभी तक खून और पेशाब के नमूनों में जहर की पहचान नहीं हुई है. ऐसे कुछ अंश नहीं मिले हैं."

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नावाल्नी की चिंता

इस बीच, यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से टेलीफोन बातचीत में नावाल्नी को लेकर चिंता जताई है. मिशेल के प्रवक्ता ने बताया कि पुतिन ने कहा है कि नावाल्नी बीमार हो गए हैं और उनका अच्छी तरह इलाज किया जा रहा है.

वहीं पोलैंड के प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा है कि नावाल्नी की सुरक्षा को 100 फीसदी सुनिश्चित करना होगा. उन्होंने कहा कि पोलैंड नावाल्नी को अच्छे से अच्छा इलाज मुहैया कराने की कोशिश में पूरा साथ देगा. लेकिन उन्होंने नावाल्नी को रूस से बाहर ना भेजे जाने पर भी चिंता जताई.

वहीं जर्मन विदेश मंत्री हाइको मास ने कहा है कि जर्मनी नावाल्नी के इलाज में हर संभव मदद देने को तैयार है. उन्होंने कहा, "हमने इसकी व्यवस्था की है कि बर्लिन में उनका इलाज हो सकता है. हम इस बात पर कायम हैं. लेकिन इस बात का मूल्यांकन करना हमारे लिए मुश्किल है कि उन्हें यहां लाया जा सकता है या नहीं."

उधर, रूस में अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि अगर नावाल्नी को जहर दिया गया है तो फिर जो लोग इसके पीछे हैं, उन्हें सजा मिलनी चाहिए. दूतावास की प्रवक्ता रिबेका रोस ने ट्वीट किया, "अगर यह सच है कि रूस के विपक्षी नेता अलेक्सी नावाल्नी को जहर दिया गया है तो यह रूस के लिए बहुत चिंता का क्षण है. रूसी लोगों का अधिकार है कि जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाए."

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय ने भी नावाल्नी के मामले पर गहरी चिंता जताई है.

एके/एमजे (एएफपी, रॉयटर्स)

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