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धोनी को मिला पूर्व कप्तानों का सहारा

१ फ़रवरी २०१२

टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पद छोड़ने की पेशकश कर अपनी शालीनता तो जता दी है लेकिन कई पूर्व कप्तानों का मानना है कि फिलहाल उनसे बेहतर कोई और खिलाड़ी टीम की कमान संभालने के लिए नहीं है.

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तस्वीर: dapd

विकेटकीपर और बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने पहले टी20 का वर्ल्ड कप और फिर वनडे का वर्ल्ड कप जीता. सिर्फ इतना ही नहीं, अपने नेतृत्व में धोनी ने भारत को टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन टीम भी बना दिया. ऐसे में अगर उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम का सर्वकालिक बेहतरीन कप्तान कहा जा रहा है तो कोई हैरानी की बात नहीं है.

हालांकि इन ऊंचाइयों को छूने के साल भर से भी कम समय के भीतर उनके खाते में आई नाकामियों ने लोगों को मुंह खोलने का मौका दे दिया है. विदेशी जमीन पर लगातार सात टेस्ट मैचों में करारी शिकस्त के बाद कुछ लोग मानने लगे हैं कि अब टेस्ट की कप्तानी किसी नए शख्स को दे दी जानी चाहिए. हालांकि पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम इन लोगों में से नहीं हैं. उनका कहना है, "कप्तान की खिंचाई करने से भारतीय उपमहाद्वीप में क्रिकेट पंडितों और मीडिया को बड़ा प्यार है." वसीम अकरम ने ईएसपीएन के लिए लिखे अपने कॉलम में यह बात कही है.

Flash-Galerie Cricket Spieler 2011 Mahendra Singh Dhoni
तस्वीर: AP

एक जमाने में बाएं हाथ के बेहतरीन गेंदबाजों में से एक रहे वसीम अकरम ने लिखा है, "मेरा मानना है कि टीम इंडिया को नेतृत्व देने के लिए धोनी सर्वश्रेष्ठ हैं और नजदीकी भविष्य में बने रहेंगे." वसीम अकरम की इन बातों से भारत के बेहतरीन पूर्व बल्लेबाजों में एक और पूर्व कप्तान सुनील गावसकर ने भी सहमति जताई है. ऑस्ट्रेलिया में बुरी तरह हारने के बाद टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने की धोनी की पेशकश की तारीफ करते हुए गावसकर ने कहा है, "मेरी राय में वह अभी भी बेहतरीन हैं."

एक भारतीय टीवी चैनल से बातचीत में गावसकर ने यह भी कहा, "धोनी ने 4-0 से हार को बहुत गहरे तौर पर लिया है. इसलिए वो यह कहना चाहते हैं कि अगर बीसीसीआई को नया कप्तान मिल जाए तो वो उसकी कप्तानी में भी खेलने को तैयार हैं और टीम कि किसी भी सदस्य से ऐसे वक्त में आप बिल्कुल यही उम्मीद करते हैं."

Sunil Gavaskar
तस्वीर: AP

ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ भी धोनी को बदलने की मांग में कोई औचित्य नहीं देखते. स्टीव वॉ के मुताबिक, "सिर्फ बदलाव के लिए कप्तान को बदलने का कोई औचित्य नहीं है." स्टीव वॉ ने साथ ही कहा कि खास तौर से जब इसका मतलब साहसिक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को कप्तानी सौंपना हो तो. मीडिया में इस तरह की चर्चा चल रही है कि धोनी की जगह सहवाग को कप्तानी सौंपी जाए. वॉ ने कहा है, "मुझे नहीं लगता कि सहवाग ने ऐसी कोई प्रेरणा या जिम्मेदारी, खेल का प्रदर्शन किया है जिसके लिए उन्हें यह दायित्व दिया जाए. जिस तरह से वो अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम हुए हैं उससे मैं निराश हुआ हूं."

ऑस्ट्रेलिया में तकनीकी वजहों से एक मैच में उन्हें कप्तानी दी भी गई, लेकिन नतीजे में कोई बदलाव नहीं हुआ. धोनी पर जब धीमी ओवरों की वजह से एक मैच का प्रतिबंध लग गया तो एडिलेड में खेले आखिरी टेस्ट की कमान वीरेंद्र सहवाग के हाथों में आ गई. इस मैच में भी ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 298 रनों से हराया. सहवाग पर चुटकी ले कर वसीम अकरम ने हंसते हुए कहा है, "भारत का सम्मान बचाने के लिए सहवाग ने एडिले़ड में क्या किया? कभी कभी मुझे सहवाग में शाहिद अफरीदी की कुछ प्रवृत्तियां नजर आती हैं. खुद को नुकसान पहुंचान की प्रवृत्ति."

रिपोर्टः रॉयटर्स/एन रंजन

संपादनः एम गोपालकृष्णन

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