1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें
अपराधयूरोप

दो स्वीडिश नागरिकों की हत्या के बाद बीच में ही बंद हुआ मैच

१७ अक्टूबर २०२३

ब्रसेल्स में दो स्वीडिश नागरिकों की हत्या के बाद फुटबॉल मैच बीच में बंद हो गया. रातोंरात स्वीडेन की टीम अपने देश लौट गई. संदिग्ध हमलावर गिरफ्तारी के दौरान पुलिस की गोली से घायल हुआ और बाद में उसकी मौत की खबर आई.

https://p.dw.com/p/4Xck0
स्वीडेन के दो नागरिकों की ब्रसेल्स में गोली मार कर हत्या कर दी गई
स्वीडिश नागरिकों की हत्या के बाद कई घटनास्थल पर पुलिस की घेराबंदीतस्वीर: Lou Lampaert/Belga/dpa/picture alliance

स्वीडिश नागरिकों की हत्या के बाद रात में पुलिस की कार्रवाई में संदिग्ध हमलावर पकड़ा गया. इस दौरान उसे पुलिस की गोली लगी. बाद में बेल्जियम के गृहमंत्री ने उसके मारे जाने की पुष्टि की. गृहमंत्री ने कहा है कि पुलिस की गोली से घायल होने के बाद इलाज के लिए अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई. पुलिस ने उसके पास से हथियार भी बरामद किया है और माना जा रहा है कि इसी हथियार से उसने स्वीडिश नागरिकों की हत्या की. उंगलियों के निशान के जरिए इसकी पुष्टि करने की कोशिश की जा रही है.

सोमवार की शाम ब्रसेल्स में बेल्जियम और स्वीडन के बीच फुटबॉल मैच था. मैच शुरू होने के ठीक पहले दो स्वीडिश नागरिकों की गोली मार कर हत्या कर दी गई. इसके बाद ब्रसेल्स और बेल्जियम में सुरक्षा अलर्ट जारी हो गया और मैच को हाफटाइम में ही रोक दिया गया.

स्वीडिश नागरिकों की हत्या के बाद मैच बंद कर दिया गया
स्टेडियम में खेल रुकने के बाद बाहर निकलने का इंतजार करते स्वीडन के समर्थकतस्वीर: John Thys/AFP/Getty Images

स्टेडियम में मौजूद स्वीडन के समर्थकों को पुलिस ने घेरा बना कर सुरक्षा दी और फिर बाद में उन्हें उनके होटल या घर तक सुरक्षित पहुंचाया गया. इस बीच आधी रात को स्वीडन की टीम चार्टर विमान से अपने देश वापस लौट गई.

स्वीडन की हताशा

स्वीडन ने इस गोलीबारी पर अपनी हताशा जाहिर की है. यूरोपीय नेताओं ने इस मामले में खुद को स्वीडन के साथ दिखाया है. स्वीडन इस साल इस्लामी देशों के साथ रिश्तों में कड़वाहट का सामना कर रहा है. स्वीडन में कई बार कुरान जलाने की घटनाएं हुई हैं जिसे लेकर इस्लामी देशों में खासी नाराजगी है. स्वीडन के विदेश मंत्री तोबियास बिलस्ट्रॉम का कहना है, "दो स्वीडिश फुटबॉल समर्थकों की हत्या से और तीसरे शख्स के गंभीर रूप से घायल होने को लेकर हताश हूं. मेरा सारा ध्यान पीड़ितों के परिवार और प्रियजनों पर है."

संदिग्ध हमलावर को बेल्जियम की मीडिया अब्देसालेम एल कह रही है जिसकी उम्र 45 साल है. बेल्जियम के न्याय मंत्री विंसेंट फान क्विकेनबॉर्न का कहना है कि वह एक शरणार्थी बनना चाहता था और ट्यूनिशिया में उसे कई अपराधों के लिए दोषी ठहराया गया था. हालांकि उन्होंने इस बात से इनकार किया कि उसे आतंकवादी खतरे के रूप में चिह्नित किया गया था.

हमलावर गिरफ्तारी के दौरान पुलिस की गोली का शिकार हुआ
हत्या की घटना के बाद ब्रसेल्स में पुलिस की धरपकड़ चलती रहीतस्वीर: Sylvain Plazy/AP/picture alliance

अभियोजकों का कहना है कि अपने वीडियो में हमलावर ने इस बात के संकेत दिए हैं कि पीड़ितों की स्वीडिश राष्ट्रीयता उन पर हमले का कारण बनी. हालांकि इसका मध्यपूर्व में इस्राएल और हमास की लड़ाई की आलोचना से कोई लेना देना नहीं था.

"आतंकवादी पागलपन"

हत्या की खबर फैलते ही ग्रुप एफ यूरोपीय क्वालिफायर मैच हाफ टाइम से बंद कर दर दिया गया और करीब 35,000 दर्शकों को ब्रसेल्स के किंग बादों स्टडियम से बाहर निकाला गया. अधिकारियों ने स्वीडिश नागरिकों के प्रति ज्यादा सावधानी बरती. गोलीबारी सिटी सेंटर के उत्तरी हिस्से में हुई. पुलिस ने स्थानीय समय के मुताबिक शाम सात बजे अलर्ट जारी किया.

बेल्जियम के प्रधानमंत्री ने इस हत्या की निंदा की है और उसे "आतंकवादी पागलपन" कहा है. संदिग्ध हमलावर के बारे में प्रधानमंत्री आलेक्जांडर डे क्रू ने कहा कि हिरासत में लिया गया शख्स ट्यूनिशियाई मूल का है और बेल्जियम में अवैध रूप से रह रहा था. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि किसी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर हत्या की जिम्मेदारी ली है और यह भी कहा है कि वह इस्लामिक स्टेट के चरमपंथी गुट से प्रेरित है.

स्वीडन के नागरिकों को गोली मारी गई है
गोलीबारी की घटना के बाद काम में जुटे पुलिसकर्मीतस्वीर: Johanna Geron/REUTERS

प्रधानमंत्री डे ग्रू ने मंगलवार को न्यूज कॉन्फ्रेंस में कहा, "कल जो आतंकवादी हमला हुआ है वह पूरी कायरता के साथ किया गया है और हमलावर ने स्वीडन के दो फुटबॉल प्रसंशकों को निशाना बनाया है." उन्होंने यह भी बताया कि एक तीसरा शख्स गंभीर रूप से घायल हुआ है जो टैक्सी ड्राइवर है. प्रधानमत्री ने कहा कि इन हमलों का "लक्ष्य हमारे मुक्त समाज में भय, अविश्वास और विभाजन पैदा के बीज डालना है. आतंकवादी जानते हैं कि वो अपने उद्देश्यों में कभी सफल नहीं होंगे. वो हमें कभी झुका नहीं सकेंगे. उनकी नफरत केवल उनकी कमजोरी साबित करेगी."

एनआर/एए (एएफपी, डीपीए, रॉयटर्स)