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दो साल में पहली बार भारत पाक व्यापार वार्ता

२७ अप्रैल २०११

भारत और पाकिस्तान के बीच बुधवार को दो साल में पहली बार व्यापार वार्ता होगी. इस्लामाबाद में होने वाली बातचीत से पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि वह भारत के साथ रचनात्मक मेलजोल चाहते हैं.

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मिलते रहे हैं दोनों देशों के विदेश सचिवतस्वीर: AP

मंगलवार को भारतीय वाणिज्य सचिव राहुल खुल्लर एक शिष्टमंडल के साथ लाहौर पहुंचे. वह बुधवार से पाकिस्तानी वाणिज्य सचिव जफर महमूद के साथ दो दिन तक दोतरफा व्यापार पर चर्चा करेंगे. बुधवार को बातचीत के बाद दोनों पक्ष एक साझा बयान भी जारी कर सकते हैं.

दोनों देशों की व्यापार वार्ता से पहले पाकिस्तानी वाणिज्य सचिव महमूद और विदेश सचिव सलमान बशीर के साथ मुलाकात में प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने भारत के साथ 'रचनात्मक मेलजोल' का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार ऐसे दोतरफा रिश्ते कायम करना चाहती है जो 'आपसी हित और पारस्परिक सम्मान' पर आधारित हों.

कारोबार बढ़ाने पर जोर

गिलानी ने कहा, "भारत के साथ रचनात्मक मेलजोल बहुत जरूरी है ताकि दोनों देश अच्छे पड़ोसियों जैसे रिश्ते कामय करने के लक्ष्य को आगे बढ़ा सकें." वहीं पाकिस्तानी वित्त मंत्री मखदूम अमीन फहीम ने भारतीय उच्चायुक्त शरत सभरवाल से मुलाकात के बाद मीडिया को बताया कि आगामी बातचीत में सभी मुद्दों पर खुल कर बात होगी. इनमें भारत की ओर से तेल और बिजली बेचने की पेशकश पर भी बात होगी.

SAARC Gipfel in Colombo Sri Lanka
यूसुफ रजा गिलानी और मनमोहन सिंहतस्वीर: AP

भारतीय अधिकारियों का कहना है कि बातचीत में मुख्य ध्यान बेहतर तालमेल और ऐसा तंत्र कायम करने पर होगा जिससे दोतरफा व्यापार को बढ़ावा मिले. यह कदम दक्षिण एशिया में मुक्त व्यापार समझौते की जिम्मेदारियों के अनुरूप है. एक भारतीय अधिकारी ने बताया, "मकसद व्यापार को खोलना है और ठोस कदमों की तरफ बढ़ना है." अधिकारियों के मुताबिक बातचीत में पाकिस्तान की चिंताओं पर भी चर्चा होगी. खास कर पाकिस्तान में यह धारणा है कि भारत पाकिस्तान के रास्ते में अड़चनें डालता है.

पटरी पर लौटते रिश्ते

भारतीय उच्चायोग ने भी पाकिस्तानी कारोबारी लॉबी से संपर्क की कोशिशें तेज कर दी हैं ताकि व्यापार को बढ़ावा दिया जा सके. वैसे पाकिस्तान अब भी भारत को सर्वाधिक वरीयता वाले देश का दर्जा देने को तैयार नहीं है. लेकिन भारतीय पक्ष इसके बजाय सकारात्मक चीजों पर ध्यान देने की बात कहता है. अभी भारत और पाकिस्तान के बीच सालाना दो अरब डॉलर का कारोबार होता है. दोनों देशों के बीच कुल 1,946 चीजों का लेन देन होता है. हालांकि 2008-09 में 2.2 अरब डॉलर तक पहुंचने वाला दोतरफा कारोबार 2009-10 में गिर कर 1.5 अरब डॉलर रह गया.

मुंबई हमलों के बाद लंबे समय तक रुकी रही भारत-पाकिस्तान वार्ता धीरे धीरे पटरी पर लौट रही है. शांति कोशिशों को बड़ा सहारा उस वक्त मिला जब बीते महीने क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान का सेमीफाइनल मुकाबला देखने के लिए दोनों देशों के प्रधानमंत्री एक साथ बैठे. दोनों नेताओं ने रिश्तों को बेहतर बनाने की वचनबद्धता जताई है. चंद दिनों पहले भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि अगर पाकिस्तान से रिश्ते सामान्य हो गए तो यह उनकी बड़ी कामयाबी होगी.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः ओ सिंह

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