1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

दो रफ्तार वाले यूरोप की वकालत

७ जून २०१२

जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने दो रफ्तार वाले यूरोप की वकालत की है जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मेक्सिको में होने वाले जी-20 सम्मेलन से पहले मैर्केल सहित प्रमुख यूरोपीय नेताओं से बातचीत की है.

https://p.dw.com/p/159tf
संकट और मतभेदों में घिरा यूरोजोनतस्वीर: dapd

चांसलर मैर्केल ने कहा है कि वे जून के अंत में होने वाली यूरोपीय शिखर भेंट में ईयू की राजनीतिक एकता को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगी. उन्होंने कहा, "हमें सिर्फ मुद्रा संघ की जरूरत नहीं है, बल्किन हमें राजकोषीय संघ की भी जरूरत है, यानि अधिक साझा बजट नीति की." चांसलर ने गुरुवार को जर्मन टेलीविजन में कहा कि हमें सबसे बढ़कर एक राजनीतिक संघ की भी जरूरत है, "इसका मतलब है, हमें कदम दर कदम अपने अधिकारों को यूरोप को सौंपना होगा, यूरोप को नियंत्रण का अधिकार भी देना होगा."

चांसलर अंगेला मैर्केल का यह बयान ऐसे समय में आया है जब जर्मनी में ईयू की राजकोषीय संधि का अनुमोदन होना है. चांसलर के सत्ताधारी मोर्चे को संसद के दोनों सदनों में बहुमत नहीं है, इसलिए संधि की पुष्टि के लिए वह विपक्ष पर निर्भर हैं. विपक्ष बचत और कर्ज में कमी के अलावा अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के कदमों की मांग कर रहा है.

यूरोपीय देशों के बीच बढ़ते अंतर और मतभेदों के बीच मैर्केल ने दो रफ्तारों वाले यूरोप की भी वकालत की है. उन्होंने कहा कि इस समय भी वीजा वाले शेंगेन संधि और यूरो के मामले में ऐसा है. ईयू के सभी देश इन संधियों में शामिल नहीं हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि सभी को साथ आने की संभावना देनी चाहिए, "लेकिन सिर्फ इस वजह से हमें खड़ा रहने की जरूरत नहीं है कि एक या दूसरा साथ आने के लिए तैयार नहीं है." उन्होंने आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की नीति का समर्थन किया लेकिन कहा, "सुदृढ़ बजट और विकास के मुद्दे एक ही सिक्के के दो पहलू हैं."

Portrait Barack Obama
यूरोजोन से अमेरिका भी चिंतिततस्वीर: AP

पिछले दिनों में मैर्केल ने बार बार कहा है कि वित्तीय और कर्ज संकट से निबटने की ताजा बहस के स्थान पर ईयू के दूरगामी विकास का साफ नजरिया सामने आना चाहिए. इस महीने होने वाली शिखर भेंट में ईयू के अध्यक्ष हर्मन फान रोमपॉय नए सुझाव देंगे जिनमें बैंक यूनियन का प्रस्ताव भी शामिल होगा. जर्मन सरकार का मानना है कि यह यूरो देशों में स्पष्ट नीति दूरगामी निवेश के लिए भी जरूरी है.

उधर यूरो जोन में गहराते संकट से चिंतित राष्ट्रपति बराक ओबामा और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने संकट से निबटने के लिए फौरी योजना की अपील की है. व्हाइट हाउस ने कहा है कि राष्ट्रपति ने जर्मन चांसलर मैर्केल और इटली के प्रधानमंत्री मारियो मोंटी से यूरोप की आर्थिक स्थिति पर बातचीत की है. वे यूरो जोन को फिर से स्वस्थ बनाने और यूरोप तथा दुनिया में विकास को मजबूत करने के कदमों के महत्व पर एकमत हैं.

वहीं ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा है कि यूरोजोन के संकट में जर्मन चासंलर अंगेला मैर्केला को अकेला नहीं छोड़ा जाना चाहिए. ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था बहुत गहरे ढंग से यूरोजोन से जुड़ी है. यूरोजोन में संकट की शुरुआत आयरलैंड. फिर ग्रीस खस्ताहाल हुआ. उसे अरबों यूरो का आर्थिक पैकेज दिया गया है. मजबूत ग्रीस अभी भी संकट से उबरा नहीं है, जबकि स्पेन में बढ़ते बैंक संकट के बीच यूरोपीय अधिकारियों का मानना है कि मंदी साइप्रस को भी अपनी चपेट में ले सकती है.

एमजे/ओएसजे (डीएपीडी, रॉयटर्स, डीपीए)

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें