तोड़ दिया गुलदान
१८ फ़रवरी २०१४
ये गुलदान चीनी कलाकार एई वेईवेई ने तैयार किया था जिसे मियामी शहर के नए म्यूजियम में रखा गया था. स्थानीय कलाकार माक्सिमो कामिनेरो ने विरोध जताने के लिए इस गुलदान को कथित रूप से तोड़ दिया. उसको नाराजगी थी कि संग्रहालय में सिर्फ अंतरराष्ट्रीय कलाकृतियां रखी गई हैं और इलाके के कलाकारों को जगह नहीं मिली. 51 साल के कामिनेरो को गिरफ्तार कर लिया गया है.
चीनी कलाकार वेईवेई को जब यह खबर पता चली तो उन्होंने कहा कि उनके काम तो कई बार तोड़े जाते हैं, "जब मुझे नुकसान की खबर मिली तो मैंने ज्यादा ध्यान नहीं दिया क्योंकि कई प्रदर्शनियों के दौरान मेरे काम तोड़े गए हैं. तो मैंने सोचा कि म्यूजियम या इंश्योरेंस कंपनी इसका ख्याल रखेगी. लेकिन जब मैंने न्यूज देखी कि तोड़ने वाला एक आर्टिस्ट है, और उसने सोच समझ कर ये काम किया है, उसने कुछ कारण भी दिया, जो मुझे नहीं लगता कि सही है."
पुलिस को कामिनेरो ने बताया, कि म्यूजियम में "सिर्फ अंतरराष्ट्रीय कला ही दिखाई जा रही है." इसलिए उन्होंने विरोध किया. कामिनेरो का दावा है कि वह खुद एक कलाकार हैं और मियामी में रहते हैं. मियामी न्यूज टाइम्स को उन्होंने बताया कि उन्हें नहीं लगा था कि गुलदान "इतना नाजुक" है और कि वह वेईवेई के फैन हैं. उन्होंने बताया, "मुझे नहीं पता था कि उसकी कीमत इतनी होगी, मुझे लगा कि वह सामान्य, बाजार में मिलने वाला मिट्टी का गुलदान होगा, सच में."
वहां रखे 16 गुलदान चीनी कलाकार ने भड़कीले रंगों में रगे हैं, ये सभी 2000 साल पुरानी चीन के हान साम्राज्य के हैं. एई वेईवेई लंबे समय से पुराने गुलदानों और वस्तुओं का अपनी कला के लिए इस्तेमाल करते रहे हैं. और इसके लिए उनकी आलोचना भी हुई कि वह ऊपर पेंट करने से मूल कलाकृति बदल जाती है. मियामी में इन गुलदानों के पीछे उनकी एक तस्वीर थी, जिसमें वह हान साम्राज्य का एक गुलदान गिरा रहे हैं.
कामिनेरो ने दलील दी कि उनका एक्शन बिना किसी पूर्व तैयारी के था और वह एई से प्रेरित था. "मैं पाम में था और मैंने एई वेईवेई की तस्वीर देखी, जिसमें वह पुराने चीनी गुलदान को गिरा कर तोड़ रहे हैं. मुझे लगा कि एई मुझसे परफॉर्मेंस प्रोटेस्ट में शामिल होने के लिए उकसा रहे हैं."
एएम/एजेए (एएफपी, रॉयटर्स)