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तालिबान ने बताया ओसामा का अड्डा

३० मई २०११

ओसामा बिन लादेन के एबटाबाद में छिपे होने की जानकारी अमेरिका को तालिबान के सह संस्थापक मुल्लाह अब्दुल गनी बरादर ने दी. बरादर और अमेरिका के बीच एक डील हुई. इस समझौते की जानकारी सामने आने के बाद सब चौंके हैं.

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तस्वीर: AP

ब्रिटेन के अखबार संडे मिरर ने दावा किया है कि अमेरिका ने वादा किया कि अगर बिन लादेन का पता चला तो उसकी सेनाएं अफगानिस्तान में तालिबान का गढ़ छोड़ देंगी. तालिबान और अमेरिका इस डील पर सहमत हुए. तालिबान के सह संस्थापक मुल्लाह अब्दुल गनी बरादर ने अमेरिकी अधिकारियों को बताया कि बिन लादेन एबटाबाद में छुपा हुआ है.

इस बारे में पाकिस्तानी अखबारों में कई खबरें छप रही हैं. इनमें कहा गया है कि बरादर और अल कायदा के कुछ सदस्य अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को अहम जानकारी दे रहे थे. बरादर को पिछले साल पाकिस्तान और अमेरिका ने संयुक्त अभियान के तहत कराची में गिरफ्तार किया. पूछताछ करने के बाद अक्टूबर में उसे चुपचाप रिहा कर दिया गया.

रिपोर्टों के मुताबिक इसके बाद बरादर लगातार अमेरिकी अधिकारियों के संपर्क में था. करीब 40 साल का मुल्लाह बरादर तालिबान का सह संस्थापक है. बरादर को 'फादर ऑफ आईइडी' भी कहा जाता है. आईइडी विस्फोट करने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है जिसका इस्तेमाल तालिबान करता रहा है. बिन लादेन की मौत के बाद अमेरिका पाकिस्तान में अपने सैनिक कम कर रहा है. इसी साल जुलाई से अफगानिस्तान से उसकी सेनाएं वापस लौटना शुरू करेंगी.

अभी तक यह माना जा रहा था कि अबु अहमद अल कुवैती उर्फ कुरियर नाम के अल कायदा सदस्य का फोन टैप करने के बाद अमेरिका को बिन लादेन की जानकारी मिली. बिन लादेन को अमेरिकी सेना के विशेष दस्ते ने दो मई की रात पाकिस्तान के एबटाबाद में मार गिराया. माना जाता है कि बिन लादेन पांच साल से एबटाबाद के एक बड़े तिमंजिले मकान में छुपा हुआ था.

रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह

संपादन: एस गौड़

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