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डिसिल्वा और जयसूर्या का नाम नहीं लिया: तिलकरत्ने

८ जून २०११

श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर हसन तिलकरत्ने ने अरविंद डिसिल्वा और सनत जयसूर्या के मैच फिक्सिंग में शामिल होने का आरोप लगाने से इनकार किया है. तिलकरत्ने के मुताबिक श्रीलंका में मैच फिक्सिंग 1992 से हो रही है.

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तस्वीर: AP

कोलंबो में तिलकरत्ने ने स्पष्टीकरण देते हुए बताया, "राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के साथ हुई बैठक में मेरी पत्नी अपसरी तिलकरत्ने और बौद्ध गुरू उदुवे धमालोका भी मौजूद थे. मैंने पहले जो आरोप लगाए हैं राष्ट्रपति उस बारे में मुझसे जानकारी चाहते हैं. मैं जोर देकर कहना चाहता हूं कि मैंने मीटिंग में किसी भी खिलाड़ी का नाम नहीं लिया." तिलकरत्ने पश्चिमी प्रांतीय परिषद में विपक्ष के सदस्य हैं और रिपोर्ट के मुताबिक परिषद की बैठक के दौरान उन्होंने खिलाड़ियों के नाम लिए.

इससे पहले एक वेबसाइट ने लिखा कि राष्ट्रपति के साथ मुलाकात के दौरान तिलकरत्ने ने अरविंद डिसिल्वा और सनत जयसूर्या के मैच फिक्सिंग में शामिल रहने की बात कही है. तिलकरत्ने ने कहा है कि वह श्रीलंकाई पुलिस और आईसीसी के साथ जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं. मैच फिक्सिंग के सिलसिले में उन्होंने जो आरोप लगाए हैं अब उनकी जांच हो रही है. "आपराधिक जांच टीम मुझे दो बार बुला चुकी है और मैंने पूरा सहयोग किया है. मैं फिर कहना चाहूंगा कि मैं इस मामले में आरोपी नहीं हूं. मैंने तो जानकारी दी है."

1996 में जब श्रीलंका वर्ल्ड चैंपियन बना, उस समय अरविंद डिसिल्वा और सनत जयसूर्या के साथ तिलकरत्ने टीम का अहम हिस्सा थे. टीवी इंटरव्यू के दौरान तिलकरत्ने कह चुके हैं कि अपने करियर में कई बार उन्होंने मैच फिक्सिंग होते देखी. 1992 से श्रीलंका के मैच फिक्सिंग की गिरफ्त होने का आरोप उन्होंने लगाया. तिलकरत्ने कह चुके हैं कि उचित समय आने पर वह मैच फिक्सिंग में शामिल खिलाड़ियों के नाम उजागर कर देंगे.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: आभा एम

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