डकार रैली में रेसर की मौत
२ जनवरी २०१२बोयरो अर्जेंटीना के सांता रोसा डी ला पाम्पा में अपनी बेटे आरआर 450 बाइक से रेत के टीलों पर राइड कर रहे थे. पहले दौर के लगभग आखिरी हिस्से में पहुंच चुकी थी कि वह संतुलन खो बैठे. हादसा होते ही बोयरो गिर पड़े और उन्हें दिल का दौरा पड़ गया. उनके छाती के अंदरूनी हिस्से में जबरदस्त चोट पहुंची. आयोजकों का कहना है कि पांच मिनट के अंदर बोयरे का इलाज शुरू कर दिया गया.
इसके बाद डकार रैली के आयोजकों ने बयान जारी किया, "रेसर की दुर्घटना होते ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा. इसके पांच मिनट के अंदर इलाज मुहैया कराया गया और मेडिकल सुविधा हेलिकॉप्टर से पहुंच गई. डॉक्टरों की बहुत मेहनत के बाद भी उनके जीवन को नहीं बचाया जा सका और हेलिकॉप्टर से अस्पताल जाते हुए उनकी मौत हो गई."
डकार रैली फ्रांस की राजधानी पेरिस से शुरू होकर अफ्रीकी देश सेनेगल की राजधानी डकार में खत्म हुआ करती थी. लेकिन सुरक्षा कारणों से चार साल पहले इसे लैटिन अमेरिका में शिफ्ट कर दिया गया. डकार में डाकुओं और हथियारबंद गिरोहों का खतरा बढ़ता जा रहा है. पिछले तीन साल से यह अर्जेंटीना और चिली में हो रही है, जबकि इस साल इसे बढ़ा कर पेरू तक पहुंचा दिया जाएगा. इसकी कुल दूरी करीब 9000 किलोमीटर की होती है. यह रैली बेहद खतरनाक मानी जाती है और पहले भी कई बार इसमें रेसरों की जान गई है.
ब्यूनस आयर्स के रेस समन्वयक इग्नासियो क्रोतो का कहना है, "चाहे रेसरों के पास कितना भी तजुर्बा हो, उन्हें पता है कि डकार बहुत ही जोखिम भरी रेस है और दुर्भाग्य से ऐसा भी हो सकता है. छोटी से गलती से आपकी जान जा सकती है."
यह सिर्फ दूसरा मौका था, जब 38 साल के बोयरो इस रैली में हिस्सा ले रहे थे. पिछले साल वह पांचवें दौर तक पहुंच पाए थे. इस साल रैली में हिस्सा लेने के लिए उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ी और यहां तक कि अपना मकान तक बेचना पड़ा. उन्होंने ट्विटर पर अपने आखिरी ट्वीट में लिखा था कि वह इस रेस में हिस्सा लेने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं.
बोयरो 20वें ड्राइवर हैं, जिन्हें डकार रैली में जान गंवानी पड़ी है. दो साल पहले फ्रांस के पास्कल हेनरी की जान भी अर्जेंटीना में ही गई थी. पेरिस से डकार तक की यह रैली 1979 में शुरू हुई थी. कई बार दर्शकों को भी जान से हाथ धोना पड़ा है. पिछले साल रैली में हिस्सा ले रही कार एक आम कार से टकरा गई, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई. दो साल पहले 2010 में भी कुछ ऐसा हुआ, जब एक कार वहां रेस देख रही महिला से टकरा गई. महिला की जान चली गई.
रिपोर्टः एपी, रॉयटर्स, एएफपी/ए जमाल
संपादनः महेश झा