1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

टैंक बेचने के फैसले पर जर्मन संसद में आज बहस

८ जुलाई २०११

जर्मनी की संसद में आज फिर सउदी अरब को 200 लियोपार्ड टैंक बेचे जाने पर बहस हो रही है. विपक्ष ने जर्मन सरकार से टैंक बेचने का फैसला बदलने की मांग की है.

https://p.dw.com/p/11rJ8
तस्वीर: dapd

जर्मन संसद बुंडेसटाग में विपक्ष की तीनों पार्टियां सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (एसपीडी), ग्रीन पार्टी और वामपंथी पार्टी डी लिंके सउदी अरब को 200 लियोपार्ड-2 प्रकार के टैंक बेचे जाने के फैसले को वापस लेने की मांग कर रही हैं.

डी लिंके ने संसद में एक प्रस्ताव पेश किया है जिसमें सरकार से टैंक बेचने की अनुमति न देने या यदि अनुमति दे दी गई है तो उसे वापस लेने की मांग की गई है. सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी एसपीडी के सांसदों ने भी शुक्रवार को एक विशेष बैठक में ऐसा ही प्रस्ताव लाने का फैसला लिया. ग्रीन पार्टी ने भी फैसला वापस लेने का प्रस्ताव संसद में पेश किया है.

सभी पर मतदान

बुंडेसटाग के अधिवेशन में बहस के बाद तीनों प्रस्तावों पर नाम लेकर मतदान होगा. इस प्रक्रिया में गोपनीय मतदान नहीं होता बल्कि सभी सांसदों को प्रस्ताव के पक्ष या विपक्ष में खुला मतदान करना होता है. निरंकुश शासन वाले सउदी अरब को टैंक बेचने का फैसला सत्ताधारी पक्ष में भी विवादों के घेरे में है. सत्ता पक्ष के सांसदों को आज के मतदान में खुलकर सामने आना होगा. लेकिन उम्मीद की जा रही है कि प्रस्ताव भारी बहुमत से ठुकरा दिए जाएंगे.

Umstrittenes Waffengeschaeft mit Saudi-Arabien
विवादास्पद लियोपार्ड टैंकतस्वीर: dapd

चुप्पी सही

इस बीच जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने टैंकों के सौदे पर सरकार की चुप्पी का बचाव किया है. बड़े हथियारों की बिक्री का फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में होता है जिसकी बैठक गोपनीय होती है. चांसलर ने कहा, "संघीय सुरक्षा परिषद की बैठक और फैसले अच्छे कारणों से गोपनीय होते हैं." चांसलर ने पारदर्शिता न होने के आरोप को ठुकराते हुए कहा कि बेचे जाने वाले हथियारों और अन्य साज सामानों की पारदर्शिता इसमें है कि उसकी सूची हर साल हथियार निर्यात रिपोर्ट में देखी जा सकती है. यह रिपोर्ट संसद में भी पेश की जाती है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: आभा एम