टेनिस छोड़ देंगी सानिया मिर्ज़ा
१४ जनवरी २०१०हालांकि सानिया ने यह नहीं बताया कि वह कब शादी करने वाली हैं लेकिन कहा कि शादी करने के बाद वह टेनिस नहीं खेलेंगी. जुलाई, 2009 में सानिया ने अपने बचपन के दोस्त और प्रमुख कारोबारी सोहराब मिर्ज़ा के साथ सगाई की है.
सानिया ने कहा, "अभी तक के हिसाब से मैं शादी के बाद पेशेवर टेनिस नहीं खेलूंगी. लेकिन अभी इसमें वक्त है." सगाई से पहले सोहराब मिर्ज़ा ने कहा था कि सानिया अपने भविष्य का फ़ैसला लेने के लिए आज़ाद हैं. उन्होंने कहा था, "वह जो भी करना चाहेगी, उसे मेरा पूरा समर्थन हासिल है. यह पूरी तरह उसका फ़ैसला होगा कि वह कितने साल और टेनिस खेलना चाहती है."
सानिया के पिता इमरान मिर्ज़ा से जब यह पूछा गया कि क्या यह पूरी तरह सानिया का फ़ैसला है, तो उन्होंने कहा, "अभी के लिए यह उसका फ़ैसला है. अगर शादी के बाद वह खेलने का फ़ैसला करती है, तो यह उसकी पसंद होगी."
सानिया मिर्ज़ा 2003 से टेनिस कोर्ट पर छाई हुई हैं और अंतरराष्ट्रीय टेनिस में भारत की पहचान बन गई हैं. वह भारत की तरफ़ से ग्रैंड स्लैम जीतने वाली पहली महिला टेनिस खिलाड़ी हैं. उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई ग्रैंड स्लैम का डबल्स ख़िताब जीता है.
2010 में उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही और ऑकलैंड ओपन के पहले ही दौर में वह हार कर बाहर हो गईं. हालांकि वह निराश नहीं हैं. सानिया कहती हैं, "मेरे ख़्याल से पेशेवर खिलाड़ी के तौर पर सात साल पूरे कर लेने और पांच साल तक लगातार टॉप 100 में बने रहने के बाद मेरा प्रदर्शन एक मुक़ाबले पर नहीं तय किया जाना चाहिए. हार जीत टेनिस का हिस्सा है. यह 220 देशों में खेला जाता है. फिर भी महत्वपूर्ण मुक़ाबले ज़्यादातर शुरू की 10 खिलाड़ी ही जीतती हैं."
सानिया मिर्ज़ा अब सिर्फ़ चोट से दूर रहना चाहती हैं. साल 2008 में उन्हें चोट लगी थी, जिसके बाद वह छह महीने तक टेनिस नहीं खेल पाई थीं. उन्हें अब इस साल के ऑस्ट्रेलियाई ओपन पर ध्यान केंद्रित करना है.
रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल
संपादनः आभा मोंढे