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जलवायु परिवर्तन मुद्दे पर जी5 को मनाएगा जी8

९ जुलाई २००९

जी8 शिखर वार्ता में जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर विकसित देश और तेज़ी से उभरते भारत और चीन आमने-सामने आते दिख रहे हैं. कार्बन उत्सर्जन में भारी कटौती के लक्ष्य पर भारत और चीन को मनाना जी8 देशों के लिए बड़ी चुनौती.

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लाक्विला में एकत्र जी8 नेतातस्वीर: AP

जी8 देश 2050 तक तापमान में वृद्धि को 2 डिग्री तक सीमित रखने पर रज़ामंद हो गए हैं. इटली के लाक्विला शहर में कार्बन उत्सर्जन के लिए नए लक्ष्य भी तय कर दिए गए जिनके अनुसार विकसित देशों को 2050 तक कार्बन उत्सर्जन में 80 प्रतिशत की कटौती लानी है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन ने इसे ऐतिहासिक क़रार दिया और इस सहमति को कोपेनहेगन में होने वाली शिखर वार्ता की नींव बताया.

Italien G8 Gipfel G5 Mitglieder
उभरती अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं को मनाना आसान नहींतस्वीर: AP

हालांकि दो बड़ी अर्थव्यवस्थाएं इन लक्ष्यों के लिए उत्साहित नज़र नहीं आ रही हैं ऐसे में विकसित देशों की कोशिश उन्हें मनाने की होगी. जी8 समूह भारत और चीन से अपेक्षा कर रहा है कि वे कार्बन उत्सर्जन में 50 प्रतिशत की कटौती लाएं लेकिन दोनों देशों का नज़रिया है कि इतने बड़े लक्ष्य रखने से उनके आर्थिक विकास में कमी आएगी. जलवायु परिवर्तन के लिए लक्ष्य तय करने के लिए गुरूवार को भी बात होगी जिसमें भारत, चीन, दक्षिण अफ़्रीका, मैक्सिको, ब्राज़ील, जिन्हें जी5 या 'प्लस फ़ाइव' देश कहा जाता है, वे भी हिस्सा लेंगे.

इससे पहले बुधवार को जी8 देशों ने वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत तो बताए लेकिन यह कहना नहीं भूले की ख़तरा अभी टला नहीं है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष कह चुका है कि दुनिया की अर्थव्यवस्था अब मंदी से निकलती दिखाई दे रही है.

जी8 नेताओं ने तालिबान के ख़िलाफ़ लड़ाई में पाकिस्तान के प्रति समर्थन व्यक्त किया है. जी8 के मुताबिक़ पाकिस्तान की सेना पश्चिमोत्तर में चरमपंथियों के उभार पर क़ाबू पाने के लिए कार्रवाई कर रही है और इस लड़ाई में जी8 देश पाकिस्तान के साथ खड़े हैं. औद्योगिक देशों के समूह ने अफ़गानिस्तान सरकार से देश में पुख़्ता सुरक्षा व्यवस्था के बीच पारदर्शी तरीक़े से चुनाव कराने की अपील की. जी8 का मानना है कि चुनाव विश्वसनीय, समग्र और सुरक्षा के दायरे में होने चाहिए ताकि लोगों की इच्छाओं का सम्मान हो सके.

G8 Gipfel in L`Aquila, Italien, 2009
पत्तों से काटकर बनाया गया जी8 लोगोतस्वीर: AP

ईरान के मुद्दे पर कहा गया कि चुनाव के बाद भड़की हिंसा से चिंताएं तो बढ़ी हैं लेकिन तेहरान के परमाणु कार्यक्रम का शांतिपूर्ण तरीक़े से समाधान ढूंढने के लिए जी8 पूरे प्रयास करेगा. जी8 ने कहा है कि मीडिया की रिपोर्टिंग में हस्तक्षेप करने, विदेशी नागरिकों और पत्रकारों को हिरासत में लेने की घटनाएं स्वीकार नहीं की जा सकती. जी8 ने ईरान से आग्रह किया है कि परमाणु मुद्दे पर गतिरोध समाप्त करने के लिए उसे अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी से बातचीत करनी चाहिए.

उत्तर कोरिया द्वारा हाल ही में किए परमाणु परीक्षण और बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षणों की जी8 में कड़ी निंदा की गई. जी8 के मुताबिक़ उत्तर कोरिया के इन क़दमों से क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को ख़तरा पहुंचता है. कड़े शब्दों के इस्तेमाल के बावजूद जी8 ने उत्तर कोरिया से आग्रह किया है कि उसे 6 पक्षीय वार्ता का हिस्सा बनना चाहिए और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन नहीं करना चाहिए.

रिपोर्ट - एजेंसियां/एस गौड़

संपादन - महेश झा