जर्मनी में मिले 1200 साल पुराने चांदी के सिक्के
७ सितम्बर २०१०गैर पेशेवर पुरातत्वशास्त्री पीटर डाखनर ने इन सिक्कों को बेहतरीन डिजाइन वाला बताया. उन्होंने कुछ स्वयंसेवियों और ग्रीफ्सवाल्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिल कर खुदाई का काम किया.
जर्मनी के अंकलाम शहर के पास मेटल डिटेक्टर की मदद से खुदाई में 82 चांदी के सिक्के मिले हैं. यहां चांदी का बाजूबंद और चांदी की कुछ सिल्लियां भी मिली हैं. ये सभी चीजें 20 से 25 मीटर के दायरे में पाई गईं.
पुरातत्वशास्त्री मिषाएल शाइरेन का कहना है, "इस जमाने के सिक्के बहुत दुर्लभ हैं. इतनी बड़ी संख्या में उनका यहां पाया जाना बड़ी बात है." सबसे पुराना सिक्का सन 610 का बताया जा रहा है, जबकि यहां पाया गया सबसे नया सिक्का 820 एडी का हो सकता है.
ग्रीफ्सवाल्ड यूनिवर्सिटी के इतिहासकार फ्रेड रुखोएफ्ट ने कहा, "बाल्टिक सागर के किनारे अरबी भाषा के अक्षर खुदे हुए सिक्के मिलने से साबित होता है कि यह इलाका 1200 साल से अंतरराष्ट्रीय कारोबार के रूट में रहा है."
ये सिक्के मौजूदा वक्त के ईरान, इराक, अफगानिस्तान या उत्तरी अफ्रीका में ढाले गए हो सकते हैं. समझा जाता है कि काले सागर के कारोबारी रास्ते से होते हुए वे वोल्गा नदी से गुजरकर बाल्टिक सागर के तट तक पहुंचे. सिक्के स्लाविच बस्तियों के पास से मिले हैं. यूरोपीय और एशियाई नस्ल के मिले जुले लोगों की बस्ती स्लाविच बस्ती कही जाती थी. इतिहासकारों का मत है कि स्लाविच और वीकिंग लोगों के बीच कारोबार हुआ होगा. यूरोप के स्कैनडिनेवयाई इलाकों में वाइकिंग लोग रहते थे.
यहां सिक्के और चांदी के दूसरे सामान मिले हैं जिनका वजन करीब 200 ग्राम है. उनका मूल्य तो खत्म हो गया होगा लेकिन चांदी होने की वजह से उनका महत्व बना रहा होगा. इतिहासकारों का मानना है कि इतनी चांदी से चार बैल या एक गुलाम खरीदा जा सकता था.
रिपोर्टः डीपीए/ए जमाल
संपादनः एन रंजन