जर्मनी और नीदरलैंड्स की भिड़ंत
११ जुलाई २०१३गोथेनबुर्ग के गमला उलेवी स्टेडियम में हुआ उद्घाटन मैच 1984 के यूरोपीय चैंपियन स्वीडन के लिए सदमे के साथ शुरू हुआ. 16000 दर्शकों के सामने ग्रुप ए के मैच में मारियान क्नुदसेन ने एक ढीली बॉल को लपका और तेज निचले शॉट के साथ पहले हाफ के बीच 26वें मिनट में ही डेनमार्क को बढ़त दिला दी. स्वीडन की नीला फिशर ने हाफ टाइम में जाने से पहले 36वें मिनट में इसे बराबर कर दिया.
मेजबान के पास दूसरे हाफ में मैच को अपने पक्ष में करने के दो-दो मौके थे, लेकिन कप्तान लॉटा शेलिन की पेनल्टी किक पेटरसन ने रोक दी. कोसोवारे असलानी भी अपने पेनल्टी को गोल में नहीं बदल सकी. डेनमार्क की गोलकीपर स्टीना पेटरसन ने दो पेनल्टी रोकीं. डेनमार्क के खिलाड़ी फ्री फुटबॉल खेल रहे थे, जबकि स्वीडन ने हवा में दबदबा बनाए रखा था. वह मौकों को गोल में बदलने में कामयाब नहीं हुआ.
इसके पहले हाल्मस्टाड शहर में हुए चैंपियनशिप के पहले मैच में इटली और फिनलैंड का मैच 0-0 से बराबर रहा. इसके साथ ही दोनों के लिए क्वार्टर फाइनल में पहुंचने की राह कठिन हो गई है. शनिवार को स्वीडन का अगला मुकाबला गोथेनबुर्ग में फिनलैंड के साथ होगा जबकि हाल्मस्टाड में डेनमार्क और इटली की भिड़ंत होगी.
इस बीच ग्रुप बी में जर्मन टीम का मुकाबला आज यानी गुरुवार को नीदरलैंड्स से है. जर्मन टीम की कोई खिलाड़ी फिलहाल चोट से परेशान नहीं है. इसलिए ट्रेनर सिल्विया नाइड स्वीडन के वैक्स्यो शहर में परंपरागत प्रतिद्वंद्वी नीदरलैंड्स के खिलाफ अपनी बेहतरीन टीम के साथ उतरेंगी. बुधवार शाम वेक्स्यो में 45 मिनट की ट्रेनिंग के बाद नाइड ने कहा, "सभी फिट हैं, हमें मैच का बेसब्री से इंतजार है."
जर्मन टीम 20 साल पहले यूरोपीय चैंपियनशिप का मैच हारी है. 18 प्रतिस्पर्धाओं में 12 जीत के साथ उसका मनोबल ऊंचा है और अपने पहले मैच में नीदरलैंड्स को हराकर जर्मनी ग्रुप स्तर पर अपनी स्थिति मजबूत बनाना चाहता है.
एमजे/एएम (डीपीए, रॉयटर्स)