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कानून और न्याय

जर्मन पुलिस में उग्र दक्षिणपंथियों का नेटवर्क

ओंकार सिंह जनौटी
२१ दिसम्बर २०१८

जर्मन पुलिस में नव नाजियों का नेटवर्क अनुमान से कहीं ज्यादा बड़ा निकल रहा है. देश की वित्तीय राजधानी कहे जाने वाले फ्रैंकफर्ट शहर के पांच पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जांच शुरू हुई है.

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Deutschland Symbolbild Lügenpresse
तस्वीर: picture-alliance/dpa/C. Seidel

संदिग्धों में एक महिला पुलिस अधिकारी भी है. पांचों संदिग्ध पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है. उन पर एक चैट ग्रुप में नव नाजी प्रतीकों को शेयर करने का आरोप है. साथ ही तुर्क मूल की वकील सेदा बसाय-यिलदिज को धमकी देने का शक है.

सेदा बसाय-यिलदिज, नव नाजी आतंकी संगठन एनएसयू के पीड़ितों का केस लड़ती रही हैं. उन्होंने ओसामा बिन लादेन के पूर्व बॉडीगार्ड रह चुके सामी ए. का मुकदमा भी लड़ा था. सामी ए. को गैरकानूनी रूप से ट्यूनीशिया भेज दिया गया था. उसका केस लड़ रहीं सेदा पर नस्ली फब्तियां कसी गई. एक फैक्स में लिखा गया था, "भद्दी तुर्क सूअर. तुम जर्मनी को बर्बाद नहीं कर पाओगी."

इसके बाद एक और फैक्स आया जिसमें "एनएसयू 2.0" का साइन था. इसमें लिखा गया था, "हम तुम्हारी बेटी को मार डालेंगे." आरोप हैं कि ये धमकी भरे फैक्स कट्टर दक्षिणपंथी पुलिस अधिकारियों के एक ग्रुप ने भेजे. शिकायत के बाद जांच शुरू हुई और खुद पुलिस अधिकारी ही घेरे में आ गए.

जर्मन अखबार फ्रांकफुर्टर अलगेमाइने साइटुंग की एक रिपोर्ट के मुताबिक मार्गबुर्ग-बीडेनकॉफ जिले के एक पुलिस स्टेशन पर जांचकर्ताओं ने तलाशी अभियान चलाया. तलाशी अभियान नव नाजी नेटवर्क से जुड़ा था. अन्य पुलिस स्टेशनों में भी संदिग्ध नव नाजियों की मौजूदगी की आशंका है. जर्मन संसद बुंडेसटाग में ग्रीन पार्टी की आतंरिक मामलों की प्रवक्ता इरेने मिहालिच ने व्यापक जांच की मांग की है. खुद पुलिस अधिकारी रह चुकी मिहालिच के मुताबिक इस बात की जांच होनी चाहिए कि क्या पुलिस अधिकारियों ने अपने जैसे लोगों का देशव्यापी नेटवर्क बनाया है?

(पेगीडा: जर्मन समाज की उथल पुथल)

हेस्से प्रांत के आतंरिक मामलों के मंत्री पेटर बॉयथ ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का एलान किया है, "किसी भी तरह का दुर्व्यवहार, भले ही वह कोई भी करे, उसकी कड़ी सजा मिलेगी." वहीं चांसलर अंगेला मैर्केल की पार्टी सीडीयू के नेता माथियास मिडलबेर्ग ने पूरी पुलिस फोर्स के बारे में "शंकालु धारणा" न बनाने की हिदायत दी है.

यह पहला मौका नहीं है कि जब जर्मन पुलिस, सेना और सुरक्षा तंत्र में दक्षिणपंथी तत्वों की बात सामने आई है. नवंबर में फोकस नाम की जर्मन पत्रिका ने जर्मन सेना के लेफ्टिनेंट फ्रांको ए. के इर्द गिर्द तैयार टेरर सेल का दावा किया था. रिपोर्ट के मुताबिक 200 वर्तमान और पूर्व सैनिक इस सेल से जुड़े थे. कुछ तो स्पेशल फोर्सेस कमांड और मिलिट्री काउंटर इंटेलिजेंस सर्विस का हिस्सा हैं.

एक दशक पहले बर्लिन के पूर्व पुलिस कमिश्नर आंद्रेयास टी. के घर कई नाजी प्रतीक मिले. 2007 में आंद्रेयास टी को निलंबित कर दिया गया लेकिन इसके बावजूद उन्हें अगले 10 साल तक पूरी तनख्वाह मिलती रही. एडमिनिस्ट्रेटिव कोर्ट और हायर एडमिनिस्ट्रेटिव कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि आंद्रेयास टी ने सरकारी कर्मचारी होने के नाते अपनी जिम्मेदारी का उल्लंघन नहीं किया है.

अगस्त 2018 में जर्मन राज्य सैक्सनी की पुलिस पर दक्षिणपंथियों के प्रति सहानुभूति दिखाने के आरोप लगे. इस्लाम और आप्रवासियों का विरोध करने वाले पेगीडा संगठन की एक रैली के दौरान पुलिस ने टीवी चैनल जेडडीएफ की कैमरा टीम को शूट करने से रोका. पत्रकार ने पुलिस पर पेगीडा की सहयोगी शाखा की तरह काम करने का आरोप लगाया.

जर्मनी के नव नाजी हिटलर और उसके नाजीवाद को अपना आदर्श मानते हैं. नाजी प्रतीकों और हिटलर से जुड़ी सामग्रियों का प्रचार जर्मनी में प्रतिबंधित है, लेकिन इसके बावजूद नव नाजी गैरकानूनी प्रतीकों और संकेतों का इस्तेमाल करते हैं. नव नाजी विदेशी मूल के लोगों, आप्रवासियों, समलैंगिकों और उदारवादियों से घृणा करने के लिए कुख्यात हैं.