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विज्ञानलैटिन अमेरिका

छोटी बांहों और विशाल सिर वाला मांसाहारी डायनासोर मिला

८ जुलाई २०२२

जीवाश्मविज्ञानियों ने गुरुवार को बताया है कि उन्होंने भारी भरकम मांसाहारी डायनासोर का जीवाश्म ढूंढ निकाला है. विशाल सिर और छोटे हाथों वाला यह डायनासोर टिरैनोसॉरस रेक्स के जैसा है.

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Tyrannosaurus Rex
तस्वीर: Wissen Media Verlag/dpa/picture alliance

रिसर्चरों के इस खोज की रिपोर्ट करेंट बायोलॉजी जर्नल में प्रकाशित हुई है. इसमें कहा गया है कि छोटी बाहें उनकी उत्पत्ति के दौरान हुए किसी हादसे का नतीजा नहीं बल्कि इस बड़े शिकारी जीव को जिंदा रहने में कुछ फायदों की वजह से थीं.

चार फीट लंबी खोपड़ी

गेम ऑफ थ्रोन्स किताब की सीरीज में काल्पनिक ड्रैगन मेराक्सेस गिगास के नाम पर ही इसे यही नाम दिया गया है. इसकी खोज अर्जेंटीना के उत्तरी पैटेगोनिया में खुदाई के दौरान हुई है. इसे ढूंढने में चार साल का समय लगा है. 2012 में एक खुदाई के दौरान इसकी खोपड़ी मिली थी जिसके बाद ही इसकी विस्तृत खोज शुरू हुई.

मिनेसोटा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और रिसर्च रिपोर्ट के वरिष्ठ लेखक पीटर माकोविकी ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, "हमारी लॉटरी लग गई है और पहली सुबह ही हमें यह सचमुच मिल गया है." टी रेक्स का जीवाश्म काफी हद तक संरक्षित है. इसकी खोपड़ी की लंबाई चार फीट से ज्यादा यानी करीब 127 सेंटीमीटर है. जबकी जीव लगभग 36 फीट लंबा है और इसका वजन चार मीट्रिक टन मापा गया है.

अर्जेंटीना में मिला है वैज्ञानिकों को मांसाहारी विशाल डायनासोर का जीवाश्म
अर्जेंटीना में मिला है वैज्ञानिकों को मांसाहारी विशाल डायनासोर का जीवाश्मतस्वीर: SEBASTIAN APESTEGUIA/University of Minnesota/AFP

मुंह तक भी नहीं पहुंचते हाथ 

माकोविकी ने बताया की इसकी बांहें महज दो फीट लंबी हैं, "तो वास्तव में यह उसके सिर की आधी है और उसके मुंह तक भी नहीं पहुंच सकतीं." टी रेक्स को इसके छोटे हाथ एम गिगास से नहीं मिले. टी रेक्स की उत्पत्ति के करीब दो करोड़ साल पहले ही एम गिगास लुप्त हो गया था. इसके अलावा उत्पत्ति के क्रम में भी दोनों जीव एक दूसरे से काफी दूर हैं.

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इसकी बजाय वैज्ञानिकों का मानना है कि मेराक्सेस जिस समूह में शामिल है उसमें दूसरे जीवों की भी बांहें छोटी हैं और इनके कुछ खास फायदे हैं. इन जीवों में टिरानोसॉरिड्स, कारचारोडोन्टोसॉरिड और विशाल शिकारी जीवी अबेलीसॉरिड शामिल हैं.

माकोविकी का मानना है कि जैसे जैसे उनके सिर बड़े होते गए वो उनके शिकार के सबसे प्रबल हथियार के रूप में विकसित होते गए. बांहों की भूमिका छोटे जीवों में ज्यादा बड़ी थी.

क्रेटेसियस पीरियड में धरती पर मौजूद था टी रेक्स
क्रेटेसियस पीरियड में धरती पर मौजूद था टी रेक्सतस्वीर: Edizioni White Star/Mary Evans Picture Library/picture alliance

हाथों की मांसपेशियां काफी मजबूत

रिसर्च रिपोर्ट के सह लेखक खुआन कानाले इसके कुछ और फायदे भी बताते हैं. उनका कहना है, "मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि आनुपातिक रूप से छोटे हाथों के कुछ खास काम थे. कंकाल दिखा रहा है कि इसमें मांसपेशिया काफी बड़ी हैं और उनकी कवच पूरी तरह से विकसित है, यानी बाहों की मांसपेशियां काफी मजबूत हैं.

संभव है कि वो हाथों का इस्तेमाल प्रजनन के लिए करते होंगे मसलन सहवास के दौरान मादा को पकड़ने के लिए या फिर खुद को गिरते समय या फिर ज्यादा देर खड़े रहने के बाद संभालने के लिए.

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माकोविकी ने बताया कि मेराक्सेस धरती पर क्रेटेसियस युग में 9 से 10 करोड़ साल पहले मौजूद थे. खासतौर से ऐसे इलाकों में जो ज्यादा नम, अधिक वन से भरे और समंदर के करीब थे. वो कुछ समकालीन चौपायों का शिकार करते थे उनमें से कुछ जीवों की भी इन्हीं जगहों पर खुदाई के दौरान खोज हुई है.

जिस टी रेक्स का जीवाश्म मिला है उसकी उम्र 40 साल बताई जा रही है जो आमतौर पर डायनासोर के परिपक्व होने की उम्र है और इसकी खोपड़ी में कलगी, धारियां और उभार हैं. माकोविकी का कहना है, "इस तरह की खूबियां जीवित प्राणियों में अक्सर यौन संबंधों के लिए चयन में की जाती हैं." माकोविका का अनुमान है कि ये जीव भारी भरकम सिर को अपने संभावित साथियों को लुभाने में किसी "बिलबोर्ड" की तरह करते थे.

एनआर/एए (एएफपी)