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चीन में शादी से ज्यादा तलाक

७ फ़रवरी २०११

दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाले देश में पिछले साल दो करोड़ लोगों ने तलाक ले लिया. ऑस्ट्रेलिया की पूरी आबादी के करीब. जबकि इस दौरान शादी करने वालों की तादाद सवा करोड़ से भी कम रही.

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तस्वीर: AP

चीन की लीगल ईवनिंग न्यूज ने रिपोर्ट दी है कि पिछले साल तलाक लेने वालों की संख्या और बढ़ गई. चीन में 2003 के बाद से तलाक लेने की दर 7.65 प्रतिशत से बढ़ रही है. उसी साल चीन में शादी के कानून में बदलाव हुआ था. सरकार ने शादी और तलाक दोनों के कानून में ढील बरती और इसके बाद से शादी करना भी आसान हो गया और तलाक लेना भी.

Familie im Supermarkt
तस्वीर: picture-alliance/ dpa

पहले के नियमों के मुताबिक अगर कोई जोड़ा तलाक लेना चाहता तो उसे अपने ऑफिस और पड़ोसियों से लिखित रूप में इसका सर्टिफिकेट देना पड़ता था. लेकिन बाद में इन औपचारिकताओं को खत्म कर दिया गया.

लगातार बढ़ रहे तलाक के मामलों के बाद चीन के कुछ सांसदों ने अपील की है कि चीन को अपने पुराने कानून पर लौट जाना चाहिए. हालांकि सरकार ने इस दिशा में कोई बदलाव करने के संकेत नहीं दिए हैं. पिछले साल (2010) चीन में 19 करोड़ 60 लाख लोगों ने तलाक लेने के लिए केस किया जबकि इस दौरान सिर्फ 12 करोड़ लोगों ने शादी के लिए अप्लाई किया.

रिपोर्ट में कहा गया है कि अब चीन के पुरुषों और महिलाओं दोनों के पास ज्यादा पैसा है और इस वजह से भी तलाक के मामले बढ़ रहे हैं.

चीन के दक्षिण पश्चिम प्रांत सिचुआन में सबसे ज्यादा लोगों ने पिछले साल तलाक लिए. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस प्रांत में जनसंख्या का घनत्व बहुत ज्यादा है और अधिकतर लोग काम के सिलसिले में घर से बाहर रहते हैं. ऐसे में पति पत्नी लंबे वक्त तक एक दूसरे से दूर रहते हैं, जिसके बाद नौबत तलाक तक पहुंच जाती है.

रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल

संपादनः वी कुमार

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