चीन और उत्तर कोरिया सीमा का एक नजारा
चीन और उत्तर कोरिया की सीमा पर यालू नदी क्षेत्र पर्यटकों का मुख्य आकर्षण हैं. लेकिन कारोबार के लिहाज से यह अब भी सुस्त पड़ा हुआ है. इसी क्षेत्र में चीन-कोरिया फ्रेंडशिप ब्रिज भी नजर आता है.
ऐतिहासिक पुल
कोरियाई सीमा से सटे चीन के शहर डांडॉन्ग में यालू नदी पर बना यह पुल पर्यटकों का मुख्य आकर्षण है. यह ब्रिज कोरियाई युद्ध के दौरान अमेरिकी बमबारी में क्षतिग्रस्त हो गया था. उत्तर कोरियाई छोर पर इसके अवशेष भी नहीं है लेकिन चीन ने इसे एक स्मारक के रूप में संरक्षित किया है.
रिश्तों को पहचान देता पुल
चीनी हिस्से में आने वाला यालू ब्रिज पर्यटकों के लिये खुला है. साल 2015 में न्यू यालू ब्रिज के नाम से नये पुल का निर्माण पूरा हुआ. 35 करोड़ अमेरिकी डॉलर वाली इस परियोजना को बनाने में चीन को तीन साल लगे. लेकिन इस पुल पर ट्रैफिक नहीं है क्योंकि पुल का दूसरा छोर उत्तर कोरियाई क्षेत्र में है जो सड़कों से जुड़ा नहीं है.
योजनायें और सच
यालू नदी तट पर बसे उत्तर कोरिया के सिनुजु शहर में तकरीबन 4 लाख लोग रहते हैं. चीन-कोरिया की दोस्ती के बीच सिनुजु एक अहम परिवहन केंद्र रहा है और सिनुजु के पास 100 वर्षों के लिए अपना बंदरगाह भी है. इसके साथ ही प्योंगयांग तक एक राजमार्ग और रेल मार्ग का प्रस्ताव भी है.
उत्तर कोरिया का नजारा
चीन आने वाले पर्यटकों के लिये उत्तर कोरियाई लोगों के रोजमर्रा के जीवन की झलक को देखना अपने आप में एक अलग अनुभव है. पिछले महीने ली गई इस तस्वीर में नजर आ रहा है कि कैसे वहां के किसान अपने संसाधनों का इस्तेमाल करते हैं.
कमाई का जरिया
इस चीनी आदमी की कमाई का मुख्य जरिया है यह टेलीस्कोप, जिससे यह व्यक्ति यहां आने वाले पर्यटकों को उत्तर कोरिया का नजारा दिखाता है. उत्तर कोरिया को लेकर लोगों में काफी उत्सुकता है जो यहां से महज थोड़ी ही दूरी पर
यात्रा की निशानी
जो लोग अपनी इस यात्रा को याद रखने के लिये कोई निशानी खरीदना चाहें, उन्हें ऐसे स्मृति चिन्ह यहां सड़कों पर आराम से मिल जाएंगे और साथ ही मिल जायेगा उत्तर कोरिया का एक नजारा.
मेनू में उत्तर कोरिया
सीमा पर बसे शहर डांडॉन्ग में उत्तर कोरियाई संस्कृति का असर साफ नजर आता है. इसके साथ ही उत्तर कोरिया अपनी प्रतिष्ठा के लिये यहां कई रेस्त्रां चलाता है. यह प्योंगयांग शासन के लिए आय का जरिया भी है.
ठंडे पड़ते रिश्ते
साल 2016 में उत्तर कोरिया की ओर से किये गये परमाणु परीक्षण के बाद से चीन और इसके रिश्तों में तनाव आया है. यह पहला मौका था जब चीन ने उत्तर कोरिया पर संयु्क्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का समर्थन किया. हाल में किये गये मिसाइल परीक्षण के बाद चीन ने उत्तर कोरिया से किया जाने वाला कोयला आयात भी रोक दिया है.
आर्थिक रिश्ते
चीन और उत्तर कोरिया दोनों ही देश अपने आर्थिक रिश्तों में व्यापकता लाना चाहते हैं. लेकिन हाल के घटनाक्रमों ने इसे प्रभावित किया है और यही कारण है कि डांडॉन्ग में लक्जरी अपार्टमेंट्स के साथ कई आधी-अधूरी इमारतें भी नजर आती हैं. साथ ही विशेष आर्थिक क्षेत्र को खोला जाना अब भी बाकी है. (एस्थर फेल्डेन/एए)