जर्मनी और फ्रांस के लिए ग्रीस संकट एक मौका था खुद को यूरोप में सबसे ताकतवर साबित करने का. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और यूरोपियन सेन्ट्रल बैंक के अध्यक्षों का फ्रांस का होने के बाद मैर्केल ने बाजी मार ली है. मैर्केल घरेलू मोर्चे पर भी लाख विरोध के बावजूद ग्रीस को बेलआउट पैकेज देने के पक्ष में हैं.