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'गद्दाफी की मौत की जांच हो'

२१ अक्टूबर २०११

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय ने लीबियाई तानाशाह मुउम्मर गद्दाफी की मौत की जांच की मांग है. मानवाधिकार से जुड़े अधिकारियों को लग रहा है कि गद्दाफी की निर्मम तरीके से हत्या की गई. कुछ हैरान करने वाले वीडियो.

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तस्वीर: dapd

मोबाइल फोन से बनाए गए एक वीडियो में गद्दाफी को गिड़गिड़ाते हुए देखा जा सकता है. वह विद्रोहियों से जान से न मारने की अपील कर रहे हैं. लेकिन इसके बाद विद्रोही गद्दाफी को बाल पकड़ कर घसीटते दिखाई पड़ रहे हैं. वीडियों में फायरिंग की भी आवाज है. वीडियो के अलावा कुछ तस्वीरें भी सामने आईं हैं. सिर्ते शहर में गद्दाफी विद्रोहियों की पकड़ में थे और जिंदा थे. इसके बाद वाली तस्वीरों में गद्दाफी का शव दिखाया गया.

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय ने वीडियो और तस्वीरें सामने आने के बाद मामले की जांच की मांग की है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के प्रवक्ता रुपर्ट कोलविले ने कहा, "इस बारे में बहुत अनिश्चितता है कि क्या हुआ होगा. उनकी मौत को लेकर चार या पांच किस्म के दावे सामने आ रहे हैं. अगर आप दो वीडियो साथ देखें तो हैरान रह जाएंगे. आपको दिखेगा कि किसी को जिंदा पकड़ा गया है और फिर आप उसी व्यक्ति का शव देखेंगे."

Libyen Jubel in Sirte nach der Festnahme von Muammar al Gaddafi
तस्वीर: APTN/AP/dapd

"हम इस स्थिति में नहीं हैं कि कह सकें कि क्या हुआ. लेकिन यह बहुत जरूरी है कि मामला साफ होना चाहिए. इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए कि मौत कैसे हुई." संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार आयुक्त नवी पिल्लै ने आशंका जताई है कि गद्दाफी की हत्या की गई.

अंतरराष्ट्रीय कानून का हवाला देते हुए कोलविले ने कहा गंभीर अपराध करने वाले अगर पकड़ में आते हैं तो उनके खिलाफ मुकदमा चलना चाहिए. गद्दाफी और उनके बेटे सैफ अल इस्लाम के खिलाफ जून में अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत मानवता के खिलाफ अपराध के आरोप में गिरफ्तारी वारंट भी जारी कर चुकी थी. कोलविले कहते हैं, "किसी भी तरह के हालात में जानबूझकर हत्या करना गैरकानूनी है. लड़ाई में किसी का मारा जाना एक अलग बात है. लीबिया में गृहयुद्ध चल रहा था अगर युद्ध में कोई मारा जाता तो वह अलग बात है. लेकिन अगर किसी को पकड़ा गया और फिर जानबूझ कर मारा गया तो यह बहुत गंभीर मामला है."

गद्दाफी के शव का परीक्षण करने वाले डॉक्टर का कहना है कि पूर्व तानाशाह को चोटें आई थी लेकिन उनकी मौत गोली लगने से हुई. अल अरबिया चैनल से डॉक्टर इब्राहिम टिका ने कहा, "गद्दाफी को जिंदा पकड़ा गया था लेकिन बाद में मार दिया गया. गोली मौत का कारण थी, जो आंत में घुस गई थी."

गद्दाफी की मौत को लेकर विद्रोहियों पर सवाल उठने स्वाभाविक हैं. विद्रोही हमेशा यही दलील देते रहे कि गद्दाफी मानवाधिकारों का हनन करते हैं. अब खुद विद्रोहियों पर ऐसे आरोप लग रहे हैं. प्रधानमंत्री महमूद जिबरिल ने घोषणा करते हुए कहा था कि गद्दाफी की मौत दोनों पक्षों के बीच हो रही फायरिंग के दौरान हुई. लेकिन वीडियो में दिख रहे लोग एनटीसी के लड़ाके लगते हैं और उनके बीच जिंदा गद्दाफी भी साफ दिखाई पड़ रहे हैं.

रिपोर्ट: रॉयटर्स, एएफपी/ओ सिंह

संपादन: महेश झा

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