खर्राटों का शोर घटाएगी भारतीय रेल
२३ जून २०१४रेलवे बोर्ड ने हाल में खासकर लंबी दूरी की ट्रेनों में सफर करने वाले कई नई सुविधाओं का एलान किया है. लोगों को सहयात्रियों के खर्राटों से निजात देने वाली यह योजना भी इसी का हिस्सा है. रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अरुणेंद्र कुमार ने इसका एलान किया. वह कहते हैं, ‘आरक्षित टिकटों पर रात के नौ बजे के बाद सफर करने वाले तमाम यात्रियों को खर्राटों की आवाज रोकने वाला यह उपकरण (स्नोर ब्लाकर्स) मुफ्त दिए जाएंगे.' कुमार ने कहा कि फिलहाल यात्रियों के लंबे सफर को आरामदेह बनाना रेलवे की प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर है. लंबी दूरी की ट्रेनों में कई यात्री अपनी बर्थ पर सोते ही खर्राटे भरने लगते हैं. इससे सहयित्रयों को भारी परेशानी होती है. ऐसे यात्री रेलवे से लगातार इस बात की शिकायत भी करते रहे हैं.
कैसे मिलेगी निजात
आखिर यह यंत्र काम कैसे करेगा ? इस सवाल पर कुमार का कहना है कि यह यंत्र दरअसल आधुनिक तकनीक से बने ईयर बड्स है. सोते समय यात्री इसे अपने कान में लगातर तमाम तरह की आवाजों को रोक सकते हैं. रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष का दावा है कि जर्मन तकनीक से बने यह यंत्र आसपास से आने वाले शोर को नब्बे फीसदी तक कम कर सकता है.
अरुणेंद्र कुमार कहते हैं, ‘रेलवे की भाषा में इसे स्नोर ब्लाकर कहा जा रहा है. इसकी वजह यह है कि लंबी दूरी की ट्रेनों में रात को बाहरी शोर में खर्राटों का हिस्सा ही सबसे ज्यादा होता है.' यात्री ट्रेन के टीटी को अपने आरक्षित टिकट दिखा कर उससे यह यंत्र ले सकते हैं. दिलचस्प बात यह है कि खुद रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को अपनी कई ट्रेन यात्राओं के दौरान सहयात्रियों के खर्राटों से जूझना पड़ा है.
यात्रियों को राहत
रेलवे बोर्ड के इस ताजा फैसले से यात्रियों ने राहत की सांस ली है. रेलवे पैसेंजर्स एसोसिएशन के स्थानीय अध्यक्ष धीरेन कुमार कहते हैं, ‘हम इससे खुश हैं. सफर को आरामदेह बनाने की दिशा में रेलवे को कुछ और कदम उठाने चाहिए.'
अक्सर लंबी दूरी की ट्रेनों में सफर करने वाले सुमित सरकार कहते हैं, ‘यह एक अच्छा कदम है. लेकिन रेलवे को डिब्बों में खासकर बारिश के सीजन में फैली दुर्गंध को दूर करने के लिए भी ऐसा ही कोई कदम उठाना चाहिए.' लोगों का कहना है कि रेल भाड़े में अभूतपूर्व वृद्धि के बाद रेलवे को यात्रियों के लिए कई और सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए.
किराए में वृद्धि का विरोध
रेलवे ने हाल में यात्री और माल भाड़े में भारी वृद्धि का एलान किया है. तमाम ट्रेनों में किराए 14.2 फीसदी बढ़ गए हैं. इसका देशव्यापी विरोध हो रहा है. पश्चिम बंगाल में सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस, जिसके जिम्मे लंबे अरसे तक रेल मंत्रालय रहा है, ने इसके विरोध में सोमवार से सप्ताहव्यापी आंदोलन का एलान किया है. वह इसके खिलाफ सड़कों पर उतरेगी और साथ ही संसद में भी यह मुद्दा उठाएगी. भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने किराए में वृद्धि वापस लेने की मांग की है.
रिपोर्ट: प्रभाकर, कोलकाता
संपादन: महेश झा