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कोरोना पर फेकन्यूज को रोकने की विकिपीडिया की कोशिश

१९ अप्रैल २०२०

दुनिया में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 20 लाख को पार कर गई है और तेजी से बढ़ रही है. करीब 154,000 लोग इस वायरस के कारण जान गंवा बैठे हैं. ऐसे में फेक न्यूज को रोकने के लिए विकिपीडिया ने उठाए कदम.

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Screenshot Wikipedia Hindi zu Coronavirus
तस्वीर: hi.wikipedia.org

कोरोना खतरनाक जरूर है लेकिन जानलेवा नहीं. शर्त है शरीर में प्रतिरोधक क्षमता हो और पर्याप्त सावधानी बरती जाए.बीते हफ्तों में ये बात साबित हो गई है मानव संपर्क को न्यूनतम स्तर पर लाने से कोरोना वायरस के प्रसार को रोका जा सकता है. साथ ही नियमित रूप से हाथ धोने और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और उचित चिकित्सा से वायरस के असर को भी कम किया जा सकता है. 20 लाख संक्रमित लोगों में करीब एक चौथाई का फिर से स्वस्थ हो जाना इसका सबूत है. इसके लिए जरूरी है वायरस और उससे निबटने के उपायों के बारे में सही सूचना का होना.

कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए बहुत से अन्य देशों के साथ भारत ने भी लॉकडाउन का सहारा लिया है. रेलगाड़ियां और परिवहन के दूसरे साधन बंद हैं, अनिवार्य सेवाओं के अलावा सारा काम रुका हुआ है, बहुत से लोग घर से काम कर रहे हैं. तीन हफ्ते के लॉकडाउन को और तीन हफ्तों के लिए 3 मई तक बढ़ा दिया गया है. हर कोई परेशान है और जल्द से जल्द आजादी में बाहर की सांस लेना चाहता है. स्वाभाविक है कि कोरोना के बारे में जानकारी की मांग बढ़ गई है. हर मिनट इस महामारी के बारे में नई नई सूचना आ रही है, उनमें कुछ सही जानकारियों हैं तो कुछ गलत सूचनाएं भी.

Screenshot Wikipedia Telugu Richter Raghava Rao
तस्वीर: te.wikipedia.org/

हालत इतनी गंभीर हो गई है विश्व स्वास्थ्य संगठन ने महामारी की तरह सूचनामारी की चेतावनी दी है, पेंडेमिक की तर्ज पर इंफोडेमिक जिसके तहत ऐसी ऐसी सूचनाएं आ रही है जो लोगों के लिए सूचना के भरोसेमंद स्रोत की पहचान और जरूरत में विश्वसनीय सलाह पाने को मुश्किल बना रहे हैं. ऐसे में विकीपिडिया ने अंग्रेजी और 10 और भारतीय भाषाओं में कोविड-19 से संबंधित विश्वसनीय सूचनाएं डालने, पहले से उपलब्ध सूचनाओं का रिव्यू करने और उन्हें बेहतर बनाने की बीड़ा उठाया है. इस काम को करने वाले संपादक इसे बड़ी चुनौती बता रहे हैं. विकिपीडिया के वॉलंटियर संपादक अभिषेक सूर्यवंशी का कहना है कि तथ्य और गलत सूचना की जांच करना बड़ी चुनौती है, स्थानीय भारतीय कंटेंट के अनुवाद के प्रयासों में हम स्थानीय विश्वविद्यालयों की मदद ले रहे हैं.

विकिपीडिया´अपने पेज पर सूचना देने की खुली संपादकीय नीति अपनाता है ताकि पूर्वाग्रहों को रोका जा सके. सभी राजनीतिक विचारों और पृष्ठभूमि वाले लोगों को संपादन का हक होता है ताकि हर चीज के बारे में तटस्थ सूचनाएं उपलब्ध हो सकें. लेकिन यह काम आसान नहीं है. अभिषेक सूर्यवंशी विकिपीडिया के हाल ही बने ग्रुप स्वस्थ का हिस्सा हैं जिनका लक्ष्य स्वास्थ्य संबंधी भरोसेमंद सूचनाओं को हर किसी के लिए खुले तौर पर उपलब्ध कराना है. स्वस्थ ग्रुप भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ महामारियों पर काम करने वाले अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के साथ काम कर रहा है. इनमें अमेरिका की जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी और विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसे संस्थान शामिल हैं. कोरोना से संबंधित विकिपीडिया के पेज पर हर रोज 200,000 लोग आ रहे हैं. यह प्रोजेक्ट विकिपीडिया के मेडिसीन प्रोजेक्ट का हिस्सा है जिसके साथ दुनिया भर के डॉक्टर और विशेषज्ञ जुड़े हुए हैं.

इंटरनेट पर सूचना उपलब्ध कराने में लगी प्रमुख कंपनियां अपने स्तर पर गलत सूचनाओं से निबटने के कदम उठा रही हैं. वे लोगों को एक ओर गलत सूचनाओं से बचने के लिए आगाह कर रही हैं और दूसरी तरफ सही सूचनाओं के स्रोतों तक पहुंचा रही है. विकिपीडिया भी इन्ही प्रयासों का हिस्सा है. विकिपीडिया फाउंडेशन के टोबी नेगरिन का कहना है कि स्वस्थ जैसे संवयंसेवी संगठन लाखों भारतीयों की बोली जाने वाली भाषाओं में स्वास्थ्य सूचनाओं को उपलब्ध कराने में मदद कर रहे हैं. कोरोना महामारी पर अंग्रेजी के आर्टिकल का 2,000 वॉलंटियरों ने 13,000 बार संपादन किया है. फरवरी में सोशल मीडिया साइट ट्विटर ने भी गलत सूचना से निबटने के प्रयासों में फैक्टचेकर और पत्रकारों को शामिल करने की बात कही थी. प्रमुख सर्च इंजन गूगल ने भी अपने फंक्शन में बदलाव किया है और सर्च करने पर सरकारी और अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठनों की जानकारियां उपलब्ध करा रहा है.

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