कैसे परखें चॉकलेट का स्वाद
१५ मार्च २०१३चॉकलेट को 'फूड ऑफ द गॉड्स' यानी भगवान का खाना कहा जाता है. सिर्फ इसलिए नहीं कि इसका स्वाद इतना कमाल का होता है, बल्कि प्राचीन माया सभ्यता में भगवान को कोको बीज का चढ़ावा चढ़ाया जाता था, और प्रसाद में भी कोको से बनी चीजें होती थीं. कहते हैं जब मूड खराब हो तब चॉकलेट खा लें तो मिजाज अपने आप ही अच्छा हो जाता है.
चॉकलेट के शौकीनों के लिए बेहतरीन पेशा है चॉकलेट टेस्टर का, यानी चॉकलेट का ऐसा जानकार जो उसे चख कर बताता है कि वह अच्छी या बुरी है. ऐसे ही एक चॉकलेट एक्सपर्ट हैं ब्रसेल्स में रहने वाले गेयोर्ग बेरनार्डिनी. वह यूरोप के बेहतरीन रेस्तरां में चीफ शेफ रह चुके हैं और 18 साल तक एक चॉकलेट फैक्ट्री भी चला चुके हैं. ब्रसेल्स है तो बेल्जियम की राजधानी, लेकिन इसे यूरोप की चॉकलेट राजधानी भी कहा जाता है. यहां चॉकलेट की कई खास और महंगी दुकानें हैं. बेहतरीन बेल्जियम चॉकलेट की कीमत होती है सत्तर यूरो यानी करीब साढ़े चार हजार रुपये प्रति किलो.
अपने चॉकलेट प्रेम और फिर उसे पेशा बनाने वाले गेयोर्ग बेरनार्डिनी कहते हैं, "बचपन से ही मुझे मीठा बहुत पसंद है. मैंने पेस्ट्री शेफ की कारीगरी सीखी और उसी दौरान मैं चॉकलेट का दीवाना बन बैठा."
चॉकलेट से मुहब्बत ऐसी है कि गेयोर्ग चॉकलेट पर किताब भी लिख चुके हैं. वह अब तक 38 देशों में बनी पौने तीन हजार चॉकलेट चख चुके हैं.
चॉकलेट का गुरु मंत्र
चॉकलेट और पेस्ट्री बनाने के बाद वह चॉकलेट टेस्ट करने के एक्सपर्ट बन चुके हैं. गेयोर्ग बताते हैं कि चॉकलेट कैसी है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि कैसा कोको इस्तेमाल किया गया है. चॉकलेट परखने का मंत्र वह कुछ ऐसे बताते हैं, "अहम बात यह है कि चॉकलेट में स्वाद 35 फीसदी, वजन और मिलाई गई चीजें 30 फीसदी और खुशबू 25 फीसदी होनी चाहिए."
गेयोर्ग की किताब चॉकलेट की बाइबिल कही जाने लगी है. शुरुआती 100 पन्नों में तो सिर्फ इस बात का जिक्र है कि दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका में कोको कहां उगता है. किताब बताती है कि कोको के बीजों से चॉकलेट कैसे बनती है, कैसे उसे अलग स्वाद और आकार दिया जाता है. गुमनाम चॉकलेट निर्माता गेयोर्ग को चॉकलेट चखाकर सुझाव पाना चाहते हैं. गेयोर्ग कहते हैं, "मेरे लिए बुरी चॉकलेट वह है जिसे तैयार करने में मन न लगाया गया हो, सिर्फ मुनाफे के लिए बनाई गई हो. घटिया क्वालिटी का कच्चा माल इस्तेमाल किया गया हो या फिर बुरा तरीका अपनाया गया हो."
गेयोर्ग के मुताबिक समय के साथ चॉकलेट का स्वाद भी बदल रहा है. किसी चॉकलेट में संतरे तो किसी में नींबू का स्वाद मिलाया जाता है. सिर्फ फल ही नहीं, कई चॉकलेटों में पिस्ता या बादाम जैसे मेवे भी मिलाए जाते हैं, तो कई ऐसी भी हैं जिनमें अलग अलग तरह की शराब मिलाई जाती है. साथ ही कई बार तो मीठी चॉकलेट में तीखी मिर्च भी मिलाई जाती है.
रिपोर्ट: ओ सिंह
संपादन: ईशा भाटिया