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कैंसर के ख़िलाफ़ लड़ाई में मज़बूत योद्धा

४ फ़रवरी २०१०

कैंचियां क्या हमारी उड़ान कतरेंगी, हम परों से नहीं हौंसलों से उड़ते हैं. कुछ इसी विश्वास के साथ मध्यप्रदेश के इंदौर में एक व्यक्ति ने न सिर्फ कैंसर के ख़िलाफ़ संघर्ष शुरू किया बल्कि इसे परास्त भी किया है.

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तस्वीर: AP

गले में स्वर यंत्र के कैंसर से पीडित होने और फिर उचित उपचार और इच्छाशक्ति के सहारे उससे पूरी तरह मुक्त होकर स्वस्थ जीवन बिताने वाले इंदौर निवासी विवेक हिरदे ने कहा कि कैंसर को हराना मुश्किल नहीं है.

हिरदे की पहल पर 16 साल पहले इंदौर में 'पैट्रियट कैंसर क्लब' की स्थापना हुई जिससे आज देश भर के करीब पांच हजार ऐसे व्यक्ति जुडे हैं जिन्होंने कैंसर से पीड़‍ित होने के बाद इस मर्ज के खिलाफ चिकित्सकीय सहायता और आत्मशक्ति से लड़ाई लड़ी और आज पूरी तरह स्वस्थ हैं.

विवेक हिरदे ने कैंसर रोगियों के लिए दो किताबें 'प्रहार' और 'अलविदा कैंसर' लिखीं है. पुस्तकों के माध्यम से उन्होंने इसी तथ्य की स्थापना करने का प्रयास किया है कि कैंसर असाध्य नहीं है. मज़बूत मन और उचित उपचार के सहारे उस पर विजय हासिल की जा सकती है.

हिरदे ने विश्व कैंसर दिवस 4 फरवरी को एक आडियो सीडी जारी की जिसमें इस रोग के ख़िलाफ़ मनुष्य की इच्छाशक्ति का प्रखर स्वर पूरी ताकत से गूंजता है. गीतों के इस संग्रह को उन्होंने 'हौंसले, कैंसर पर जीत के' नाम दिया है. इसी संग्रह का एक गीत है 'मत होने दे यार कमजोर मन के तार, लड़ ले लड़ाई कैंसर से एक बार फिर आरपार....'

हिरदे बताते हैं कि कैंसर की छवि जनमानस के मन में ऐसी बनी हुई कि जैसे ही कोई व्यक्ति इस रोग की चपेट में आता है तो पीड़‍ित और उसका परिवार दोनों बेहद डर जाते हैं. लेकिन अब चिकित्सा विज्ञान भी यह मानता है कि मजबूत इच्छाशक्ति होने पर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.

उन्होंने कहा कि हमारा जीवन अमूल्य निधि है और सार्थक जीवन वही है जहां हम डर और निराशा के कोहरे से बाहर निकलते हुए विषम परिस्थितियों के सामने भी हथियार न डाल कर उनसे जी-जान से संघर्ष करते हैं. वक़्त के साथ कैंसर उपचार की पद्धतियां भी आधुनिक हुई हैं. इलाज की एलोपैथिक पद्धति निश्चित रूप से कारगर है. उपचार की अन्य पारंपरिक विधाओं में भी कैंसर के उपचार के दावे किए जाते हैं लेकिन यह सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है कि हम इस विधा के विशेषज्ञों से ही मिलें और नीम हकीमों के जाल में न फंसें.

कैंसर से लड़ कर उसे परास्त करने वाले लोगों को पैट्रिएट कैंसर क्लब ने 'कैंसर योद्धा' नाम दिया है. यह क्लब पिछले 16 वर्षों से कैंसर जागरूकता रैली के साथ इस रोग के मरीजों और उनके परिवरजनों का मनोबल बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करता है. पैट्रिएट कैंसर क्लब विश्व कैंसर दिवस पर प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में कैंसर मरीजों को ऑडियो सीडी 'हौंसलें, कैंसर पर जीत के' निःशुल्क भेज रहा है.

सौजन्यः वेबदुनिया

संपादनः ए कुमार