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क़सब बोला: पिता ने बेचा लश्कर को

१६ नवम्बर २००९

मुंबई हमलों के प्रमुख अभियुक्त अजमल आमिर क़सब का कहना है कि उसके पिता ने ही उसे लश्करे तयैबा के हाथों बेच दिया था. क़सब उन दस आतंकियो के दस्ते में था जिसने पिछले साल 26 नवंबर को मुंबई में हमले किए थे.

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तस्वीर: AP

एचबीओ टीवी चैनल पर प्रसारित एक डॉक्युमेंट्री फ़िल्म ''टेरर इन मुंबई'' में पुलिस पूछताछ के दौरान क़सब ये कहते दिखाया गया है.

क़सब से पूछताछ की वीडियो टेप में बताया गया है कि कैसे क़सब लश्कर से जुड़ा था.

कसब: उन्होंने कहा कि ये लोग बहुत पैसा बना लेते हैं, तुम भी कमाओगे.....हमारे पास पैसा आ जाएगा, हम लोग ग़रीब नहीं रहेंगे. तुम्हारे भाईयों और बहनों की शादियां हो सकेंगी.इन लोगों को देखों कैसी बेहतर ज़िंदगी गुज़ार रहे हैं. तुम इन जैसे हो सकते हो.

अज्ञात पुरुष आवाज़: तुम्हारे पिता ने कहा ये सब.

क़सब: जी हां. तो मैने कहा, ठीक है जो भी हो.

अज्ञात पुरुष आवाज़: वो क्या करते हैं गुज़र बसर के लिए.

क़सब: वो सड़क पर आलू की भुजिया की ठेली लगाते हैं.

अज्ञात पुरुष आवाज़: उन्होंने तुम्हें कितने पैसे दिए. क्या उन्होंने रकम खाते में डाली

क़सब: मेरा कोई खाता नहीं है. उन्होंने मेरे पिता को पैसे दिए.

अज्ञात पुरुष आवाज़: कितना पैसा दिया

क़सब: मुझे नहीं मालूम. शायद कुछ लाख

दूसरे टेप में दिखाया गया है कि कैसे उसके दस्ते की ट्रेनिंग हुई

पुलिस: कितने दिन से ट्रेनिंग कर रहे थे

क़सब: तीन महीने. हम एक क्लास में 24 या 25 लोग थे

पुलिस: लोग कहां के थे

क़सब: नहीं बताते हैं वे. मैं एक के बारे में ही जानता हूं. उसका कहना था कि वो लाहौर का है. वो मेरा दोस्त बन गया था

पुलिस: क्या तुम लोगों को एक दूसरे से बात नहीं करने दी जाती थी.

क़सब: हम लोगों को मनाही थी. पूरी सख़्ती थी.
पुलिस: तुमने कभी ये पूछा कि लोगों को मारते हुए मुझे रहम नहीं आएगा

क़सब: मैने पूछा था, लेकिन उसने कहा कि तुम अगर बड़ा आदमी बनना चाहते हो तो ये सब करना पड़ेगा. तुम्हें जन्नत नसीब होगी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/सीएनएन/एस जोशी
संपादन: उज्जवल भट्टाचार्य