कलाकारों की निगाहों से जासूसी
पहले लोगों पर ईश्वर की नजर होती थी, अब लोग निगरानी करने वाली सरकारों से घबराते हैं. बर्लिन की तीन प्रदर्शनियों में कलाकार जासूसी की दुनिया से पर्दा उठाने की कोशिश कर रहे हैं.
छुपे रुस्तम
पूर्वी जर्मन खुफिया पुलिस स्टाजी की आर्काइव से ली गई यह तस्वीर ट्रेनिंग के लिए इस्तेमाल होती थी कि जासूस अपने को सामान्य नागरिक कैसे दिखा सकते हैं. यह बर्लिन के फोटोग्राफर सिमोन मेनर की प्रदर्शनी में दिखाई जा रही है.
सबूत की तस्वीर
प्रदर्शनी में कलाकारों की ऐसी तस्वीरें भी दिखाई जा रही है जो जासूसी के सबूत देती हैं. न्यू यॉर्क के आर्टिस्ट एडु बायर की यह तस्वीर लीबिया के तानाशाह गद्दाफी के खुफिया दफ्तरों की तस्वीरों के कलेक्शन में शामिल है.
जासूस बना कलाकार
एंड्रू हैमरंड ने यह तस्वीर अमेरिकन मिडवेस्ट के एक नियोजित इलाके में एक चर्च के ऊपर लगाए गए कैमरे से ली है. उन्होंने इंटरनेट का इस्तेमाल कर कैमरे को ऑपरेट किया और उससे छोटे से शहर और उसके निवासियों की तस्वीरें लीं.
रंगीन सेंसर
बेल्जियम के आर्टिस्ट मिश्का हेनर ने डच लैंडस्केप नामक सिरीज तब तैयार की जब उन्हें पता चला कि रंगीन धब्बों की मदद से गूगल मैप शाही महल और सेना के बैरकों जैसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण इमारतों को सेंसर कर रहा है.
धीरे धीरे आता डर
यह तस्वीर साल 1546 की है, जिसमें एक इंसान को जंगल की ओर बढ़ते दिखाया गया है. पेड़ों के कान और धरती की आंखें बता रही हैं कि वह अकेला नहीं है, उसकी निगरानी हो रही है. इंसान के साथ एक खरगोश है जो डर का परंपरागत प्रतीक है.
दिव्य आंखें
जाक कैलो की यह तस्वीर साल 1628 की है. इसमें ईश्वर की दिव्य आंखों को इंसानियत के ऊपर निगरानी करते दिखाया गया है. लेकिन आजकल दिव्य उपस्थिति की प्रतीक आंखें बिग ब्रदर का पर्याय बन गई हैं जो लोगों को हर कहीं देखती रहती है.
घूरती निगाहें
प्रदर्शनी में सीसीटीवी से ली गई बैंक डकैती की भी तस्वीरें हैं, जो अमेरिकी अखबारों के आर्काइव से ली गई हैं. ये तस्वीरें लाइपजिष में विजुअल आर्ट्स के प्रोफेसर गुंटर कार्ल बोस के कलेक्शन से हैं जो उन्होंने ई-बे पर खरीदी थीं.
कसैले सबक
प्रदर्शनियों में तस्वीरों के अलावा वीडियो भी दिखाई जा रही है. इनमें हीतो श्टायर्ल की व्यंग्य फिल्म हाव टू बी सीन भी शामिल है. इस फिल्म में लोगों को यह सलाह दी गई है कि डिजीटल तकनीक का इस्तेमाल करते हुए अगोचर कैसे रहें.
वैकल्पिक सच
साइडेन की स्टिकी फ्लोर्स 9 चैनल वाला वीडियो इंस्टॉलेशन है जिसमें एक बार और रेस्तरां का सीसीटीवी वीडियो दिखाया जा रहा है. स्वीडन की साइडेन अपने काम में अक्सर वैकल्पिक कथानकों के विचार की छानबीन करती हैं.
सीमा की सुरक्षा
हाई परफॉर्मेंस कैमरा नाम की इस कृति में बर्लिन के फोटोग्राफर यूलियान रोएडर ने यूरोपीय संघ के उन यंत्रों को कैद किया है जिनका इस्तेमाल ईयू अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए करता है. पूर्वी जर्मनी में जन्मे रोएडर का काम अक्सर निगरानी से जुड़ा होता है.