एक्स पर सबके लिए शुल्क क्यों लगाना चाहते हैं मस्क
१९ सितम्बर २०२३इस्राएली प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू के साथ बातचीत में सोमवार को मस्क ने कहा कि एक्स पर मासिक शुल्क लगाने से साइट पर "बॉट्स की सेना" से निपटा जा सकेगा.
विज्ञापन से कमाई घटी
इलॉन मस्क ने ट्विटर को 44 अरब डॉलर में खरीदा था. हालांकि इसके बाद से इसकी कीमत काफी घट गई है. मस्क ने बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी की इसके साथ ही दक्षिणपंथी साजिशों की बात करने वालों को साइट पर फिर से बहाल कर दिया. इसके नतीजे में कई कंपनियों ने विज्ञापन से हाथ खींच लिया.
एक्स के यूजर इस नई योजना से हैरान हैं और कई लोगों का कहना है कि शायद इसके बाद यह साइट खत्म हो जाएगी. विश्लेषक इस नीति के पीछे तर्क समझ नहीं पा रहे है. उनका मानना है कि मासिक शुल्क लगाने के बाद तो विज्ञापन देने वाली कंपनियां और दूर हो जाएंगी.
इसी साल जुलाई में मस्क ने कहा था कि साइट को विज्ञापन से होने वाली कमाई घट कर लगभग आधी हो गई है. हालांकि उन्होंने यह भी दावा किया कि विज्ञापन देने वाली सारी कंपनियां लौट आई हैं.
बॉट्स पर नियंत्रण
बॉट्स का मतलब उन खातों से है जो किसी इंसान की बजाय कंप्यूटर प्रोग्राम के जरिए चलाए जाते हैं. एक्स पर यह बहुत आम हैं और इनका इस्तेमाल राजनीतिक संदेशों या फिर नस्ली नफरत को बढ़ावा देने में किया जाता है.
नेतन्याहू ने मस्क से यहूदीविरोध के बारे में सवाल किया और पूछा कि कैसे एक्स, बॉट्स का इस्तेमाल रोकने या फिर आर्मी ऑफ बॉट्स को उसकी नकल करने और बढ़ावा देने से रोक सकता है. जवाब में मस्क ने कहा कि कंपनी एक्स सिस्टम के इस्तेमाल के लिए "एक छोटा सा मासिक शुल्क लगाने की ओर बढ़ रही है. यही एकमात्र तरीका मुझे लगता है कि बॉट्स की बड़ी सेनाओं को रोक सकेगा." मस्क ने समझाया कि मामूली सी रकम भी बॉट्स चलाने वालों के लिए उसे महंगा बना देगी.
यहूदीविरोध का मसला
यह बातचीत एक्स पर प्रसारित हुई. यह मामला ऐसे समय में उठा है जब अमेरिका के यहूदी संगठन एंटी डिपेमेशन लीग के साथ मस्क की तनातनी चल रही है. मस्क ने धमकी दी है कि वह एडीएल के खिलाफ मुकदमा करेंगे क्योंकि वह यहूदीविरोध वाद के मामले में उन पर बेबुनियाद आरोप लगा रहा है और इसकी वजह से विज्ञापनदाता दूर जा रहे हैं. मस्क के मुताबिक इससे कंपनी के राजस्व पर काफी असर पड़ा है. मस्क पर आरोप है कि वह यहूदीविरोध वाद फैलाने वालों को बढ़ावा देते रहे हैं.
मस्क का यह कदम बहुत से यूजरों को उनसे दूर कर सकता है. कई यूजरों का कहना है कि यह शुल्क एक्स को खत्म कर देगा. बिजनेस ऑफ ऐप्स एजेंसी के निदेशक जेम्स कूपर का कहना है कि सभी यूजरों पर शुल्क लगाने से इस साइट पर आने वाले करोड़ों लोगों का "नेटवर्क प्रभाव" खत्म हो जाएगा क्योंकि यही चीज इसे यूजर और विज्ञापन देने वाली कंपनियों दोनों के लिए आकर्षक बनाती है.
एनआर/ओएसजे (एएफपी)