ईरान में कैद पत्रकार विदेश मंत्री के साथ लौटे
२० फ़रवरी २०११रविवार को छपने वाले अखबार बिल्ड अम जोंटाग के दोनों पत्रकार मार्कुस हेलविष और येंस कॉख जर्मन सरकार के विमान से बर्लिन टेगेल पहुंचे. दोनों को शनिवार को अचानक कैद के बदले जुर्माने की सजा देकर छोड़ दिया गया था.
तेहरान में वेस्टरवेले ने ईरानी राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद से भी मुलाकात की. ईरानी सूत्रों के अनुसार भेंट में क्षेत्रीय मुद्दों के अलावा अफगानिस्तान की स्थिति और आतंकवाद तथा ड्रग व्यापार के खिलाफ सहयोग की जरूरत पर चर्चा हुई. वेस्टरवेले 2003 के बाद ईरान जाने वाले पहले विदेश मंत्री हैं. अहमदीनेजाद 2005 से राष्ट्रपति हैं और जर्मनी ईरान के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम का विरोध करता रहा है. यूरोपीय संघ के कड़े आर्थिक और राजनीतिक प्रतिबंधों के कारण उच्चस्तरीय संपर्कों की भी मनाही है.
चार महीने की कैद
दोनों पत्रकारों को अक्टूबर 2010 में पश्चिमोत्तर ईरान के शहर तबरिस में व्यभिचार के आरोप में मौत की सजा पाई सकीनेह मोहम्मदी अश्तियानी के बेटे के साथ इंटरव्यू करने की कोशिश के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया था. वे टूरिस्ट वीजा पर ईरान गए थे. उन पर वीजा नियमों को तोड़ने का आरोप लगाया गया था.
शनिवार को हेलविष और कॉख को दी गई 20 महीने कैद की सजा को बदल कर 36,500 यूरो के जुर्माने में बदल दिया गया था. समाचार एजेंसी इसना ने अदालत के हवाले से कहा कि सजा राष्ट्रीय सुरक्षा के हनन के लिए दी गई.
विदेश मंत्री वेस्टरवेले ने पत्रकारों की रिहाई पर राहत का इजहार किया. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि दोनों पत्रकार शीघ्र सामान्य जीवन में वापस हो पाएंगे. उन्होंने ईरान के विदेश मंत्री अली अकबर सलेही का उनके मददपूर्ण सक्रियता के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि तेहरान में उनकी सभी बातचीत में मानव और नागरिक अधिकारों को जोरदार ढंग से उठाया गया. जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने भी पत्रकारों की रिहाई पर खुशी का इजहार किया.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: वी कुमार