आईएसआई प्रमुख का ब्रिटेन दौरा रद्द
३१ जुलाई २०१०लंदन से प्रकाशित प्रतिष्ठित समाचारपत्र द टाइम्स ने रिपोर्ट दी है कि डेविड कैमरन ने जिस तरह से पाकिस्तान के खिलाफ बयान दिए हैं, उसके बाद ही आईएसआई ने अपना दौरा रद्द करने का फैसला किया है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के सूत्रों के हवाले से जारी इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसे बयानों से दोनों देशों (पाकिस्तान और ब्रिटेन) के रिश्ते खराब हो सकते हैं.
अमेरिका और ब्रिटेन की अगुवाई वाले देश पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में बड़ा साझीदार मानते हैं. लेकिन हाल ही में भारत दौरे के बीच में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का निर्यात करने वाला देश है. पाकिस्तान ने इस बयान पर एतराज जताया तो कैमरन ने दूसरे दिन फिर कहा कि उन्होंने यह बयान पूरी जिम्मेदारी के साथ दिया है.
कैमरन ने कहा, "हम इस बात को बर्दाश्त नहीं कर सकते कि यह देश (पाकिस्तान) दोनों रास्ते अपनाए और किसी भी तरह से आतंकवाद का निर्यात करे. चाहे वह भारत में हो, अफगानिस्तान में या फिर दुनिया के किसी भी हिस्से में." कैमरन के भारत दौरे से ठीक पहले अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के हजारों दस्तावेज लीक हुए थे, जिनमें कहा गया था कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई अफगानिस्तान में तालिबान के सीधे संपर्क में है और उनकी मदद कर रहा है.
इन घटनाओं के बाद पाकिस्तान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने लंदन के समाचारपत्र द टाइम्स से कहा, "यह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी पर सरासर आरोप है, जिसने आंतकवाद से मुकाबले में अपने सैकड़ों जवान और अफसरों को गंवा दिया है." इस सूत्र का कहना है कि आईएसआई का दौरा रद्द करने का फैसला उच्च स्तर पर किया गया है. लंदन में पाशा और आईएसआई की टीम को ब्रिटेन के अधिकारियों के साथ मिल कर सुरक्षा के मुद्दे पर अहम बातचीत करनी थी.
रिपोर्ट में कहा गया है कि हो सकता है कि कैमरन ने भारत के साथ कूटनीतिक और कारोबारी रिश्ते बेहतर करने के लिए यह बयान दिया हो. लेकिन इससे पाकिस्तान और ब्रिटेन के बीच सुरक्षा सहयोग पर खासा असर पड़ सकता है. ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन भी कह चुके हैं कि ब्रिटेन में जितनी भी आतंकवादी साजिश होती है, उसके दो तिहाई हिस्से की तैयारी पाकिस्तान में होती है.
आईएसआई के दौरा रद्द करने के बारे में ब्रिटेन ने कोई टिप्पणी नहीं की है. हालांकि ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय का कहना है कि राष्ट्रपति जरदारी का दौरा हो सकता है. विदेश मंत्रालय की एक प्रवक्ता ने कहा, "हमारी समझ है कि वह यात्रा हो रही है." प्रधानमंत्री कैमरन की प्रवक्ता का कहना है कि प्रधानमंत्री उस दौरे की अपेक्षा कर रहे हैं.
रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल
संपादनः उ भट्टाचार्य