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आईएसआई चीफ ने इस्तीफे की पेशकश की!

१४ मई २०११

ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद से ही चौतरफा आलोचना झेल रहे आईएसआई प्रमुख शुजा पाशा ने इस्तीफे की पेशकश की है. बिन लादेन को ढूंढ निकालने में खुफिया एजेंसियों के नाकाम रहने के आरोप लगे हैं जिनका पाशा ने जवाब दिया.

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तस्वीर: picture alliance / dpa

ऐसी अटकलें लग रही हैं कि पाकिस्तान की संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र के दौरान आईएसआई प्रमुख शुजा पाशा ने अपना इस्तीफा देने की पेशकश की. संसद को पाकिस्तान सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने सत्र में बिन लादेन के खिलाफ अमेरिकी कार्रवाई के बारे में जानकारी दी. इस्लामाबाद के पास एबटाबाद में 2 मई को अमेरिकी सेना के विशेष दस्ते ने अल कायदा सरगना बिन लादेन को मार गिराया.

पाकिस्तान के टीवी न्यूज चैनलों ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि शुजा पाशा की सांसदों ने जमकर खिंचाई की. पीएमएल (एन) और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के सांसदों ने पाशा को आड़े हाथ लिया जिसके बाद पाशा ने अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी. पाकिस्तानी चैनलों के मुताबिक सवाल जवाब के दौरान भावुक हो उठे पाशा ने कहा कि अगर संसद उन्हें कहे तो वह इस्तीफा दे देंगे.

छह घंटे तक चले संसद के विशेष सत्र में विपक्षी पीएमएल (एन) नेता चौधरी निसार अली खान अपना आपा खो बैठे तो उन्हीं की पार्टी की नेता तहमीना दौलताना ने आरोप लगाया कि पाशा राजनीति में दखल दे रहे हैं. ऐसी भी रिपोर्टें हैं कि शुजा पाशा से सवाल जवाब के दौरान संसद में शर्म, शर्म के नारे भी लगे. शुजा पाशा पाकिस्तान सेना के प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी के नजदीकी हैं. वैसे संसद में हुए घटनाक्रम की अभी सरकार की ओर से कोई पुष्टि नहीं हुई है.

सूचना मंत्री फिरदौस आशिक अवान ने कहा कि आईएसआई चीफ ने संसद के सामने हथियार डाल दिए और कहा कि वह खुद को जवाबदेह मानते हैं इसलिए प्रधानमंत्री या किसी भी कमीशन के सामने पेश होने के लिए तैयार हैं. अवान के मुताबिक पाशा ने साफ कर दिया है कि जानबूझकर हुई गलती या लापरवाही का वह हर नतीजा भुगतने के लिए तैयार हैं.

आर्मी चीफ जनरल अशफाक परवेज कयानी ने भी संयुक्त सत्र में हिस्सा लिया. ओसामा बिन लादेन के एबटाबाद में मिलने के बाद ही पाकिस्तान आलोचना का सामना कर रहा है. उसकी सुरक्षा एजेंसियों खास तौर पर निशाने पर हैं जिन्हें विफलता के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ए जमाल

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