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अमेरिकी सेसमे स्ट्रीट अब पाकिस्तान में

१३ अप्रैल २०११

पाकिस्तान में अमेरिका विरोधी भावनाओं की खबरें भले ही प्रबल रही हों लेकिन अमेरिका फिलहाल पाकिस्तानी बच्चों का दिल जीतने की कोशिश में है. इसके लिए सितंबर से सेसमे स्ट्रीट का पाकिस्तानी संस्करण शुरू हो रहा है.

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तस्वीर: AP

अमेरिका अपने मशहूर सीरियल सेसमे स्ट्रीट के पाकिस्तानीकरण के लिए 2 करोड़ अमेरिकी डॉलर खर्च कर रहा है. अमेरिका में सेसमे स्ट्रीट बच्चों में बहुत पसंद किया जाता है. इसने बिग बर्ड यानी बड़ी चिड़िया, ऑस्कर द ग्राउच यानी ऑस्कर एक चिड़चिड़ा व्यक्ति और कूकी मॉन्स्टर जैसे किरदारों को लोगों के दिलों तक पहुंचाया है. अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी (यूएसएआईडी) के इस्लामाबाद में शिक्षा प्रमुख लैरी डोलन ने कहा कि 'वैश्विक मूल्यों और विचारों' को आगे बढ़ाने के लिए यह सीरियल पाकिस्तान के लिए बनाया जा रहा है.

Die Sesamstraße wird 40
तस्वीर: picture-alliance/dpa

रंग बिरंगी रानी

लड़कियों को शक्ति और सहनशीलता जैसे संदेश देने के लिए रंग बिरंगी गुड़िया रानी का इस्तेमाल किया जाएगा. रानी विज्ञान से प्यार करने वाला छह साल का चरित्र है. उसके दोस्तों में एक किताबी कीड़ा और कड़ी मेहनत करने वाला गधा है.

रानी के पिता माली हैं और मां घरेलू महिला. वह शिक्षित तो नहीं लेकिन इस बात पर अड़ी हुई हैं कि उनकी लड़की को जीवन में हर मौका मिलना चाहिए. मेहनती गधा पॉप स्टार बनने की चाहत रखता है और दिखाता है कि किस तरह कड़ी मेहनत से सारे सपने सच हो जाते हैं.

एक अति रुढ़िवादी समाज, जहां तालिबान लड़कियों के स्कूलों को बम से उड़ा देते हैं और लाखों महिलाएं अशिक्षित हैं और पर्दे में रहती हैं, उन लोगों के लिए इन मूल्यों का क्या महत्व हो सकता है? हालांकि पाकिस्तान के समाज में एक तबका ऐसा भी है जिसके बच्चे कॉन्वेंट स्कूलों में जाते हैं और अमेरिकी कार्टून व हिंदी फिल्में देख कर बड़े हो रहे हैं.

सेसमे स्ट्रीट सितंबर से पाकिस्तान के चिल्ड्रन टेलिविजन पर दिखाया जाएगा. आंकड़ों के मुताबिक 78 कड़ियों वाला यह सीरियल सिर्फ 30 लाख बच्चों तक पहुंचेगा क्योंकि इतने ही बच्चों के घरों में टीवी जैसी सुविधाएं हैं.

Kofi Annan bei der Sesam Straße
तस्वीर: AP

उम्मीद बड़ी

शो बनाने वालों को उम्मीद है कि वे सात लाख बच्चों और तीन लाख परिजनों तक एक लाइव शो के जरिए पहुंचेंगे. 90 जिलों में किताबों और मल्टीमीडिया संस्करणों के जरिए 600 लाइव कार्यक्रम पेश किए जाएंगे.

डोलन कहते हैं कि 40 साल से इस शो ने न केवल पश्चिम का मनोरंजन किया है बल्कि विकासशील देशों में भी इसके बहुत अच्छे प्रभाव देखे जा रहे हैं. मसलन दक्षिण अफ्रीका में एड्स के प्रति जागरूकता और मिस्र में लड़कियों की आजादी. डोलन कहते हैं, "इसकी भूमिका यहां समाज पर नजर डालने की है. हम पाकिस्तान टीवी के साथ जो तरीका अपना रहे हैं, उसका लक्ष्य सहनशीलता बढ़ाना है."

डोलन ने कहा कि यूएसएआईडी लाहौर में रफी पीर की थिएटर वर्कशॉप को 2 करोड़ डॉलर दे रहा है. रफी पीर इस शो के क्रिएटिव डायरेक्टर हैं. इस फंड का लगभग आधा हिस्सा सेसमे वर्कशॉप के लिए है.

अच्छा उपहार

इस शो को बनाने वाले फैजान पीरजादा कहते हैं कि यह पाकिस्तान के बच्चों के लिए अमेरिका का बहुत अच्छा उपहार है. अमेरिकी सरकार की अंतरराष्ट्रीय सहायता एजेंसी नागरिक सहायता के लिए अरबों डॉलर खर्च करती है. फरवरी में यूएसएआईडी के इंस्पेक्टर जनरल ने कड़ी रिपोर्ट दी थी कि इन निवेशों से जरूरी विकास नहीं हो रहा है.

पाकिस्तान की राष्ट्रीय भाषा तो उर्दू है लेकिन यह देश के बहुत छोटे हिस्से में बोली जाती है. इसी कारण सेसमे स्ट्रीट का पंजाबी, सिंधी, पश्तो और बालोची भाषा में अनुवाद किया जाएगा. 1990 के शुरुआती सालों में भी सेसमे स्ट्रीट पाकिस्तान में दिखाया गया था. वह इंग्लिश में था लेकिन उसे उर्दू में डब किया गया. पीरजादा कहते हैं कि बच्चों के बहुत कम कार्यक्रमों वाले देश में यह एक महत्वाकांक्षी योजना है.

रिपोर्टः एएफपी/आभा एम

संपादनः वी कुमार

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