अमेरिका में नई गर्भनिरोधक गोली को मंजूरी
१४ अगस्त २०१०खाद्य और दवा विभाग एफडीए ने यूलिप्रिस्टल एसिटेट नाम के उस दवा को मंजूरी दी जो इला नाम से अमेरिका में बेचने के लिए लाई गई है. इला का इस्तेमाल साधारण गर्भनिरोधकों की तुलना में करीब दो गुना ज्यादा समय की आज़ादी देता है. एफडीए का कहना है कि अब तक की जांच में दवा को इंसान के लिए सुरक्षित पाया गया है.
यह दवा यूरोप में एक साल पहले ही आ गई थी लेकिन इसका विरोध करने वाले अभी भी चुप नहीं हुए हैं. अमेरिका में गर्भपात का विरोध करने वाले लोगों का मानना है कि इस गोली को गर्भनिरोधक के बजाय गर्भपात की दवा कहना ज्यादा मुनासिब होगा. उनका कहना है कि इसे गर्भनिरोधक के रूप में बेचना गलत है क्योंकि यह गर्भपात की दवा आरयू-486 के जैसी ही है. समाजसेवी संगठन 'अमेरिकंस यूनाइटेड फॉर लाइफ' के प्रमुख डॉ. चारमाइन योइस्ट का कहना है, " एफडीए ने इस दवा के इस्तेमाल को मंजूरी देकर गैरजिम्मेदाराना रवैया अपनाया है और इसकी वजह से औरतों की सेहत और ज़िंदगी को काफी नुकसान होगा. साथ ही एक गर्भपात की दवा को गर्भनिरोधक के रूप में बेचकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है."
हालांकि इस दवा का स्वागत करने वालों की भी कमी नहीं है. 'प्लान्ड पैरेन्टहुड फेडरेशन ऑफ अमेरिका' की अध्यक्ष सेसिल रिचर्ड्स का कहना है कि हर महिला को यह हक है कि उसके पास अनचाहे गर्भ से बचने का हर संभव उपाय हो. उन्होंने कहा, "महिलाओं के पास इस बात के बहुत वाजिब कारण हैं कि वे अनचाहे गर्भ से क्यों बचना चाहती हैं, गर्भ किसी यौन दुर्व्यवहार का भी नतीजा हो सकता है." सेसिल का कहना है कि एफडीए की इस दवा को मंजूरी से महिलाओं के पास अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए कुछ और विकल्प होंगे.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः वी कुमार