अफ़ग़ानिस्तान में दोगुनी होगी अमेरिकी सैनिकों की संख्या
२० दिसम्बर २००८काबुल में अमेरिकी चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ के चैयरमैन एडमिरल माइक मुलैन ने कहा, 'मौजूदा सैनिकों की संख्या में 20 से 30 हज़ार सैनिकों की बढो़त्तरी होगी. सही सही संख्या अभी मैं आपको नहीं बता सकता. सैनिकों की संख्या बढ़ाने की ज़रूरत है और इस पर सहमित भी हो गई है. इस बारे में किसी अगर मगर की ज़रूरत नहीं है.'
मुलैन ने साफ़ किया कि नए साल के शुरुआती महीनों में अफ़ग़ानिस्तान में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती हो जाएगी. अमेरिका जनवरी में तीन हज़ार और सैनिक अफ़ग़ानिस्तान भेजने को मंज़ूरी दे चुका है. साथ ही 2800 सैनिकों वाली एक हवाई ब्रिगेड की तैनाती को भी हरी झंडी मिल गई है. अफ़ग़ानिस्तान में तैनात अंतरराष्ट्रीय सेनाओं के कमांडर अमेरिकी जनरल डेविड मैक कीरनान ने पूर्वी और दक्षिणी अफ़ग़ानिस्तान में बढ़ते उग्रवाद से निपटने के लिए और सैनिक मांगे हैं. अमेरिकी के नए राष्ट्रपति बराक ओबामा पहले ही कह चुके हैं कि वह इराक़ से अमेरिकी सैनिकों को हटाकर अफ़ग़ानिस्तान पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं.
सात साल पहले अमेरिका पर 11 सितंबर को हुए आतंकवादी हमले के बाद अमेरिकी ने अफ़ग़ानिस्तान पर हमला करके तालिबान को सत्ता से बेदख़ल किया. लेकिन सात साल की जंग के बावजूद उन्हें ख़त्म नहीं किया जा सका है. फ़िलहाल वहां तैनात 31 हज़ार अमेरिकी सैनिक काम कर रहे हैं.