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अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र परिसर पर हमला

२ अप्रैल २०११

संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने यूएन कर्मचारियों पर हुए हमले की निंदा की है. शुक्रवार को लोगों की भीड़ मजार ए शरीफ शहर में संयुक्त राष्ट्र के दफ्तर में घुसी और हमला कर दिया. लोग अमेरिका में कुरान जलाने से नाराज थे.

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तस्वीर: dapd

बीते महीने अमेरिका में एक पादरी ने इस्लाम धर्म की पवित्र किताब कुरान को जलाया. इसके विरोध में सैकड़ों लोग उत्तरी अफगानिस्तान में मजारे शरीफ शहर में यूएन परिसर में घुस गए. लोगों ने बाहर से ही संयुक्त राष्ट्र के दफ्तर पर पथराव शुरू कर दिया. बाद में इमारत को आग लगा दी गई. हमले में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई, जिनमें संयुक्त राष्ट्र सात कर्मचारी हैं.

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन के प्रवक्ता डैन मैकनॉर्टन ने कहा, ''संयुक्त राष्ट्र मिशन के तीन कर्मचारी और चार अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड मारे गए हैं.'' मृतकों में स्वीडन की एक महिला भी है. स्वीडन के विदेश मंत्री कार्ल बिल्ड्ट ने इसकी पुष्टि की. नॉर्वे की 53 साल की एक महिला पायलट की भी जान चली गई. मारे गए चारों गार्ड नेपाल के हैं.

यूएन कंपाउंड में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने भी जवाब में गोलियां चलाईं. जवाबी कार्रवाई में कई प्रदर्शनकारी मारे गए. चश्मदीदों के मुताबिक प्रदर्शन की शुरुआत शांतिपूर्ण हुई लेकिन बाद में विरोध अचानक हिंसक हो गया. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पहले नीली मस्जिद के सामने प्रदर्शन हुए फिर प्रदर्शनकारी शहर में घुसे और संयुक्त राष्ट्र परिसर को घेर लिया. इस दौरान कुछ लोग चारदीवारी पर चढ़ कर अंदर पत्थर फेंकने लगे. सिक्योरिटी पोस्ट को भी गिरा दिया गया.

UN Hauptquartier Mazar-i-Sharif Afghanistan Anschlag
तस्वीर: AP

स्थानीय पुलिस का कहना है कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने बंदूक और चाकुओं से हमला किया. पुलिस के मुताबिक अब हालात नियंत्रण में हैं. कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है. शहर में इमरजेंसी लगाई गई है. मजारे शरीफ की तरफ जाने वाली सड़कें बंद कर दी गई हैं. मजारे शरीफ अफगानिस्तान के बड़े शहरों में से एक है. इसे काफी सुरक्षित भी माना जाता है. पिछले हफ्ते तक वहां स्थिति सामान्य थी. लेकिन कुरान जलाने की बात सामने आते ही हालात बिगड़ गए. अफगानिस्तान में 2006 में भी ऐसी ही हिंसा हुई थी. तब डेनमार्क के एक अखबार ने पैगंबर मोहम्मद का विवादास्पद कार्टून छापा था.

संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने हमले को 'घृणित और कायरना' कहा है. अफगानिस्तान में तैनात संयुक्त राष्ट्र दूत से कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए पुख्ता कदम उठाने को कहा गया है. हालात पर चर्चा के लिए विशेष बैठक भी बुलाई गई है.

कुरान जलाए जाने के विरोध में अफगानिस्तान के कई अन्य शहरों में भी प्रदर्शन हो रहे हैं. शुक्रवार को राजधानी काबुल में प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका, ब्रिटेन और इस्राएल के खिलाफ नारे लगाए. अफगानिस्तान ने फ्लोरिडा के चर्च में कुरान जलाए जाने की आधिकारिक तौर पर निंदा की है. काबुल का कहना है कि इस घटना की वजह से दो समुदायों के बीच में तनाव भड़क गया है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: ए जमाल

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