अंतरिक्ष से आई तस्वीरें
तीन अप्रैल 2014 को सेंटिनेल-1 उपग्रह अंतरिक्ष में भेजा गया. यह धरती के पर्यावरण पर नजर रखेगा. अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन से आई पहली तस्वीरें.
शुरुआती तस्वीरें
सेंटिनेल-1 में एक खास लेजर लगाई गई है. इससे बहुत ज्यादा डाटा तेजी से ट्रांसफर किया जा सकता है. वक्त रहते सही सूचना मिलने से कई जानें बचाई जा सकती हैं.
पहले कदम
उपग्रह के अंतरिक्ष में जाने के नौ दिन बाद ही सेंटिनेल-1 ने पहली तस्वीर भेजी. अंतरिक्ष से दिखता ब्रसेल्स.
गर्म जलवायु का असर
यह तस्वीर पाइन आयलैंड ग्लेशियर की है. बर्फ का ये बड़ा भंडार पश्चिमी अंटार्कटिक में है. पिछले दस साल में ये प्रति वर्ष एक किलोमीटर सिकुड़ गया है.
जमीन पानी में
पूर्वोत्तर नामीबिया में काप्रिवी जमीनी हिस्सा है. दिसंबर से मार्च के बीच भारी बारिश के दौरान इसका बड़ा हिस्सा जाम्बेजी नदी में डूब जाता है. इसी के कारण नामीबिया को पूरे साल पानी मिलता है.
शोधकर्ताओं का द्वीप
अंटार्कटिक में एक प्रायद्वीप उत्तरी हिस्सा बनाता है. यहां के पहाड़ 2,800 मीटर ऊंचे हैं. इस द्वीप पर शोधकर्ताओं के स्टेशनों की भरमार है.
बहती बर्फ
नॉर्वे में ऑस्टफोना नाम का ग्लेशियर 8,120 वर्ग मीटर के आकार में यूरोप का सबसे बड़ा है. सेंटिनेल-1 और डीएलआर मिशन के मुताबिक दक्षिण पूर्वी इलाका अनुमान से दस गुना तेजी से बढ़ रहा है.
सूख गया जंगल
सालार दे उयूनी दुनिया का सबसे बड़ा नमक का जंगल है. 10,000 साल पहले समंदर सूखने से ये परत बनी. सालार दे उयूनी दक्षिण पश्चिमी बोलिविया में 3,600 मीटर की ऊंचाई पर है.
सेंटिनेल
अंडमान द्वीसमूह का पश्चिमी द्वीप. 1996 से इस द्वीप पर जाना प्रतिबंधित है. यहां सेंटिनेलेसन लोग रहते हैं जो दुनिया से कोई संपर्क नहीं रखना चाहते.