कई देशों तक पहुंचा ईरान का महसा आंदोलन
22 साल की महसा अमीनी की पुलिस हिरासत में मौत के बाद ईरानी महिलाएं अपने देश की रुढ़िवादी सत्ता को ललकार रही हैं. दुनिया के कई और हिस्सों में भी ईरान के महसा आंदोलन की गूंज सुनाई पड़ रही है.
पेरिस
फ्रांस की राजधानी पेरिस में ईरान की महिलाओं के महसा आंदोलन के समर्थन में मार्च निकाला गया. मार्च के दौरान महिलाओं ने "इस्लामिक गणतंत्र की मौत" और "तानाशाह की मौत" के नारे लगाए.
इस्तांबुल, दियारबकीर और इजमिर
तुर्की के सबसे बड़े शहर इस्तांबुल में प्रदर्शन कर रही ईरानी महिलाओं के समर्थन में स्थानीय महिलाएं भी आ गईं. तुर्की के दूसरे शहरों में भी ऐसे प्रदर्शन हुए. प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाली कई महिलाओं ने सरेआम अपने बाल काटकर विरोध जताया.
बर्लिन
जर्मनी की राजधानी बर्लिन में ईरानी सत्ता का विरोध करने के लिए करीब 5,000 लोग जमा हुए. प्रदर्शनकारियों ने ईरानी महिलाओं के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन और मर्दों के हाथों हो रही महिलाओं की हत्या रोकने की मांग की. जर्मनी में निर्वासन में रह रहे ईरानियों ने तेहरान से लोकतांत्रिक सुधारों की मांग की.
बेरूत
मध्य पूर्व के देशों में भी ईरान की महिलाओं के समर्थन में लोग सामने आए. लेबनान की राजधानी बेरूत में, महिलाएं नेशनल म्यूजियम के सामने जमा हुईं. उन्होंने महिलाओं पर हो रहे अत्याचार बंद करने का नारा लगाया.
लॉस एंजेलेस
अमेरिकी शहर लॉस एंजेलेस के सिटी हॉल के सामने जमा हुई कई महिलाओं के हाथ में डफ कही जाने वाली पारंपरिक ईरानी ढपली थी. इन महिलाओं ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से ईरानी महिलाओं की सुध लेने की अपील की.
मैड्रिड, टोक्यो, लंदन
विदेशों में रह रही कई ईरानी महिलाएं, महसा अमीनी की मौत के बाद सगंठित होकर सड़कों पर उतर रही हैं. इंग्लैंड की राजधानी लंदन, स्पेन की राजधानी मैड्रिड और जापान की राजधानी टोक्यो में भी महसा आंदोलन के समर्थन में प्रदर्शन हुए हैं.
ईरान
ईरान के 85 शहरों और कई कस्बों और गांवों में भी महसा आंदोलन हो रहा है. बेहद रुढ़िवादी माने जाने वाले कुछ इलाकों में भी हर उम्र की महिलाएं प्रदर्शनों का समर्थन कर रही हैं. इंटरनेट पर पाबंदी के बावजूद किसी तरह प्रदर्शनों के दौरान हो रही पुलिस की ज्यादती की तस्वीरें शेयर की जा रही हैं. महसा का नाम अब ईरान में एक आंदोलन बन चुका है.