विश्व दाता सूचकांक में कौन कहां
दुनिया में साल 2020 में कितने लोगों ने अनजान लोगों की मदद की है, इसको लेकर ब्रिटिश संस्था चैरिटीज एड फाउंडेशन (सीएएफ) के द्वारा रिपोर्ट जारी की गई है. "वर्ल्ड गिविंग इंडेक्स" में भारत ने 68 पायदान की छलांग लगाई है.
82वें से 14वें स्थान पर आया भारत
कोविड महामारी के प्रकोप से विश्व को बचाने के लिए भारत ने 'वैक्सीन मैत्री' पहल के तहत कई देशों की मदद की थी. इन्हीं वजहों से इस साल की "वर्ल्ड गिविंग इंडेक्स" (विश्व दाता सूचकांक) की रिपोर्ट के अनुसार भारत को दुनिया का 14वां सर्वाधिक परोपकारी देश बताया गया है.
गरीब देश बड़े दिलवाले
चैरिटीज एड फाउंडेशन की इंडेक्स के मुताबिक इंडोनेशिया इस रैंकिंग में पहले स्थान पर रहा वहीं केन्या को दूसरा स्थान हासिल हुआ है. इस बार अफ्रीका के चार देश शीर्ष दस उदार देशों में शामिल हुए.
महामारी में मदद के हाथ बढ़े
इस रिपोर्ट में कोविड-19 महामारी के दौरान किए गए दान कार्यों का भी उल्लेख है. इस साल के सर्वेक्षण में दान और परोपकारी गतिविधियों पर लॉकडाउन के प्रभावों के बारे में भी बताया गया है.
अनजान लोगों की मदद
वर्ल्ड गिविंग इंडेक्स 2021 के मुताबिक बीते साल दुनिया के लगभग तीन अरब व्यस्क लोगों ने किसी न किसी ऐसे व्यक्ति की मदद की, जिसे वह जानते भी नहीं थे.
जी खोलकर भारतीयों ने मदद की
इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2017-2019 के बीच दान और परोपकारी गतिविधियों में काफी बढ़ोतरी हुई और साल 2020 में भी कई भारतीय दूसरों की सहायता में जुटे थे. भारत में सभी आयु वर्ग के लोगों ने इस साल खुल कर दान किया. आंकड़ों के मुताबिक 61 प्रतिशत भारतीयों ने अनजान लोगों की मदद की.
नकद मदद भी की
भारत में जहां 34 प्रतिशत लोग मदद के लिए खुद आगे आए, वहीं 36 प्रतिशत लोगों ने आर्थिक रूप से सहायता की. अमीर देशों की तुलना में गरीब देशों में लोगों की मदद का चलन ज्यादा रहा.
अमीर देशों का हाल
अमेरिका, कनाडा, आयरलैंड, यूके और नीदरलैंड जैसे अमीर देश रैंकिंग में फिसल गए. अनजान लोगों की मदद करने वाले शीर्ष 10 देशों की श्रेणी में जापान आखिरी स्थान पर है.
हर साल जारी होती है रिपोर्ट
चैरिटीज एड फाउंडेशन ब्रिटेन की एक संस्था है, जो हर साल विश्व के लगभग 140 देशों की रैंकिंग जारी करती है. 2009 से यह इस संबंध में लगभग 16 लाख लोगों का साक्षात्कार कर चुकी है.