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विवादयूरोप

क्या रूस ने यूक्रेन में वैक्यूम बम इस्तेमाल किए?

४ मार्च २०२२

यूक्रेन ने रूस पर वैक्यूम बम इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. बेहद विध्वंसक होने के कारण आबादी वाले इलाकों में वैक्यूम बम का इस्तेमाल बैन है. ऐसा क्या है जो वैक्यूम बमों को इतना खतरनाक बनाता है?

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एक सैन्य अभ्यास के दौरान थर्मोबैरिक हथियारों से लैस रूस के मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर
एक सैन्य अभ्यास के दौरान थर्मोबैरिक हथियारों से लैस रूस के मल्टीपल रॉकेट लॉन्चरतस्वीर: Leonid Faerberg/ZUMAPRESS/picture alliance

अमेरिका में तैनात यूक्रेन की राजदूत ने रूस पर थर्मोबैरिक हथियार इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. यह दावा कितना सही है, इसकी अब तक पुष्टि नहीं हो सकी है. वॉशिंगटन में अमेरिकी नेताओं से मुलाकात के बाद सोमवार को यूक्रेनी राजदूत ओक्साना मार्कारोवा ने कहा, "उन्होंने आज वैक्यूम बम इस्तेमाल किया, जो जेनेवा संधि के तहत प्रतिबंधित है."

क्या होते हैं वैक्यूम बम

वैक्यूम बमों को एयरोसोल बम या फ्यूल एयर बम भी कहा जाता है. वैक्यूम बम असल में एक थर्मोबैरिक हथियार है. यह नाम ग्रीक भाषा से जुड़ा है और इसका अर्थ है, ताप और दबाव. ज्यादातर पारंपरिक हथियार पेट्रोलियम फ्यूल और ऑक्सीडाइजिंग एजेंट को मिलाकर बनाए जाते हैं. लेकिन वैक्यूम बम में 100 फीसदी पेट्रोलियम फ्यूल होता है. फटने के लिए इसे बाहरी ऑक्सीजनन की जरूरत पड़ती है.

वैक्यूम बम में पहली बार हल्का सा धमाका होता है, जो ईंधन को एक गुबार की तरह फैला देता है. इसके तुरंत बाद, दूसरे चरण में इस गुबार में एक तेज धमाका होता है. इस तरह थर्मोबैरिक हथियार आसपास हवा में मौजूद ऑक्सीजन को सोखकर भीषण धमाका करते हैं.

पुतिन की परमाणु धमकी में कितना दम

वैक्यूम बम बहुत तबाही मचाते हैं. फरवरी 2000 में अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के एक शोध का हवाला देते हुए ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा, "धमाके के करीब रहने वालों का नामोनिशान मिट जाता है. उसके दायरे में आने वाले कई किस्म की अंदरूनी और गुम चोटों का शिकार बनते हैं, जैसे कान के पर्दे फटना, कान के भीतर अंगों पर बेहद बुरी चोट, गंभीर दौरे पड़ना, फेफड़ों और अंदरूनी अंगों में छेद होना और संभावित अंधापन."

रूसी हमले के बाद खारकीव शहर का हाल
रूसी हमले के बाद खारकीव शहर का हालतस्वीर: Sergey Bobok/AFP/Getty Images

क्या ये हथियार तैनात किए गए?

26 फरवरी 2022 को अमेरिकी न्यूज चैनल सीएनएन के रिपोर्टर फ्रेडेरिक प्लाइटजन ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया. इस विडियो पोस्ट में कहा गया, "सीएनएन की टीम ने यूक्रेन में रूसी थर्मोबैरिक 'वैक्यूम बम' लॉन्चर देखा है." प्लाइटजन ने लिखा, "रूसी सेना ने थर्मोबैरिक रॉकेट शूट करने वाला टीओएस-1 हेवी फ्लेमथ्रोअर तैनात किया है....बेल्गोरोद के दक्षिण में."

म्यूनिख की जर्मन मिलिट्री यूनिवर्सिटी के फ्रांक जावर इसकी पुष्टि करते हुए कहते हैं, "हमें पता है कि उस इलाके में रूसियों ने इस तरह के हथियार सिस्टम तैनात किए हैं."

रूस पर आरोप लग रहे है कि उसने यूक्रेन के ओख्तिरका शहर में वैक्यूम बम इस्तेमाल किए. सोशल मीडिया चैनलों पर इन बमों के कथित धमाकों के वीडियो और फोटो शेयर हो रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस के प्रवक्ता के मुताबिक अभी तक इन आरोपों की पुष्टि नहीं हुई है, "लेकिन अगर यह आरोप सही निकले तो यह संभावित एक युद्ध अपराध है."

रिपोर्ट: मार्कुस ल्यूटिके