किशोर के सामने शर्तः अमेरिका चुनो या अपना प्यारा कुत्ता
18 साल के ब्रायन पिंटो अपने छोटे से कुत्ते ब्रैंडी के साथ कई देशों, जंगलों, नदियों और पहाड़ों को पार कर मेक्सिको सीमा पर पहुंचे थे. वहां अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि सीमा पार करने के लिए उसे अपना कुत्ता छोड़ना होगा.
छूट गया मां का दिया तोहफा
पिंटो और ब्रायन का साथ दो साल का था. ब्रायन को उनकी मां ने जन्मदिन पर ब्रैंडी तोहफे में दिया था.
हमसफर था ब्रैंडी
वेनेजुएला के रहने वाले ब्रायन ने जब अमेरिका में शरण लेने का फैसला किया तो घर से जो चीज सबसे पहले उनके साथ चली, वह ब्रैंडी ही था.
छूट गया प्यारा दोस्त
मेक्सिको की एक पत्रकार ने ब्रैंडी को अपने साथ रखने का वादा किया तो पिंटो ने अपना प्यारा दोस्त उसे सौंप दिया.
अमेरिका चुनो या ब्रैंडी
अमेरिकी अधिकारियों ने पिंटो को टेक्सस में घुसने की इजाजत तो दे दी लेकिन शर्त रखी कि ब्रैंडी उनके साथ अमेरिका नहीं आ सकता.
शरण की उम्मीद
ब्रायन पिंटो उन हजारों लोगों में से हैं जो शरण की उम्मीद में मेक्सिको से अमेरिका पहुंचे हैं. इस सीमा पर अमेरिका को हर साल हजारों लोगों को लौटाना भी होता है.
वेनेजुएला से ही हजारों अर्जियां
मेक्सिको के अधिकारियों का कहना है कि इस साल अगस्त तक सिर्फ वेनेजुएला से उसे आश्रय की 8,282 अर्जियां मिली हैं.
भविष्य की खातिर
भविष्य की खातिर पिंटो ने ब्रैंडी को छोड़ दिया लेकिन यह छूटना बेहद दुखदायी था और उनकी ही नहीं, देखने वालों की भी आंखें भर आई थीं.