उत्तराखंड में बारिश बंद, 50 से अधिक मौतें
२१ अक्टूबर २०२१उत्तराखंड में बारिश के कारण उत्पन्न हुई आपदा से अब तक 54 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. अलग-अलग हादसों में 19 व्यक्ति जख्मी भी हुए हैं. बारिश थमने के बाद अब एक बार फिर उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू हो गई है. हरिद्वार और ऋषिकेश से सार्वजनिक व निजी वाहनों से श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए रवाना हो रहे हैं. वहीं बद्रीनाथ में अभी भी बादल छाए हुए हैं. यहां सड़क मार्ग अभी भी अवरुद्ध हैं.
देवस्थानम बोर्ड के मुताबिक केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में यात्रा शुरू कर दी गई है. केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवा सुचारू हो गई है. गुरुवार को चारों धामों में मौसम ठंडा है लेकिन बारिश नहीं हो रही है.
भारी बारिश से सड़कें टूटी, पुल बहे
बदरीनाथ धाम के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग अवरूद्ध होने के कारण बुधवार को यात्रा शुरू नहीं हुई थी. जोशीमठ जिलाधिकारी हिमाशु खुराना एवं उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी ने सड़क मार्ग का निरीक्षण किया. इसके बाद बताया गया कि तीर्थ यात्रियों को जोशीमठ, पीपलकोटी आदि जगहों पर रोका गया है. राष्ट्रीय राजमार्ग गुरुवार से टंगड़ी, बेनाकुली, लामबगड़ आदि स्थानों में मलबा आने से अवरूद्ध था. हालांकि अब अधिकांश स्थानों से मलबा हटा दिया गया है जिससे ज्यादातर अवरुद्ध मार्ग अब खुल चुके हैं.
उधर बारिश के बाद अल्मोड़ा हाईवे का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है. इस हिस्से में क्षतिग्रस्त हाईवे टूटकर नदी में बह गया. पैदल चलने तक का रास्ता नहीं बचा है. हल्द्वानी से अल्मोड़ा व अल्मोड़ा से रानीखेत और बागेश्वर जाने वाले कई रास्ते टूट गए हैं कई स्थानों पर मलबा गिर जाने से वाहनों की आवाजाही ठप हुई है.
इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को उत्तराखंड पहुंचे. उन्होंने उत्तराखंड में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया
देवस्थानम बोर्ड के डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि उत्तराखंड चारधामों के सभी मंदिरों देवस्थानमों में निरंतर हर रोज पूजा-अर्चना चल रही है. कपाट खुलने से अभी तक दो लाख के लगभग तीर्थयात्री चारधाम पहुंच चुके हैं.
फंसे हैं पर्यटक
उत्तराखंड के कई अन्य स्थानों पर पर्यटकों के फंसे होने की सूचना है. पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए जिला अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गढ़वाल और कुमाऊं के विभिन्न आपदाग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण किया है.