बच्चों की जिंदगी में इतनी मुश्किलें!
यूनिसेफ फोटो ऑफ द इयर 2023 के लिए चुनी गई तस्वीरों में बच्चों की जिंदगी के कड़वे सच से सामना होता है. खासकर संघर्ष वाले इलाकों में उनकी जिंदगी का हाल दिखाई देता है.
यूक्रेनः युद्ध के काले साये में बचपन
प्रतियोगिता जीतने वाली यह तस्वीर पोलिश फोटोग्राफर पैट्रिक याराक्स की है जिसमें पांच साल की अलीना अपने दोस्तों के साथ साइकिल चलाने की प्रैक्टिस कर रही हैं. यह फोटो उत्तर-पश्चिमी यूक्रेन में युद्ध के साये में जी रहे बच्चों की जिंदगी के एक खुशहाल पल को दिखाती है. तस्वीर लिए जाने से पहले वाली रात को ही ड्रोन हमले में पास के तेल डिपो में आग लगी थी, जिससे तस्वीर में धुआं निकलता दिख रहा है.
अफगानिस्तानः चिनारक की खदानों से
ओलिवर वाइकेन को दूसरा स्थान मिला जिन्होंने अपनी तस्वीर में अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के उत्तरी इलाके चिनारक की कोयला खदानों में काम करने वाले लड़कों की जिंदगी की झलक दिखाई. दस साल का यह लड़का दिनभर में चंद पैसे कमाता है. अफगानिस्तान में बाल मजदूरी की समस्या नई नहीं है लेकिन तालिबान की जीत के बाद से देश के हालात इतने बिगड़े हैं कि वहां बच्चों को कमाने के लिए काम पर जाना ही पड़ता है.
रूसः ग्रेट कोल्ड फॉरेस्ट के बच्चे
रूसी फोटोग्राफर नताल्या सप्रूनोवा को साइबेरिया में टुंड्रा और याकूतिया जंगलों में मूल निवासी इवेंकी समुदाय में बच्चों की जिंदगी दिखाने के लिए तीसरा पुरस्कार मिला. कभी रेनडियरों के साथ अकेले जिंदगी बिताने वाले इवेंकी लोगों के रहन-सहन पर सोने और हीरों का खनन करने आए लोगों से लेकर, जंगलों की कटाई और मिशनरीज का भी असर पड़ा है.
जर्मनीः योहानेज की चार पैरों वाली बहन
2023 का ऑनरेबल मेंशन मिला जर्मनी के फोटोग्राफर मिषाएल लोवा को. जर्मनी में करीब 35,000 बच्चे और युवा, टाइप 1 डाइबिटीज से जूझ रहे हैं और उन्हें लगातार अपना ब्लड शुगर लेवल मॉनीटर करना होता है. योहानेज भी उन्हीं में से एक हैं. उनकी मदद करती है थेरेपी डॉग एन्या, जो योहानेज के ब्लड शुगर लेवल में खतरनाक उतार-चढ़ाव को सूंघ सकती है और बेल बजाकर योहानेज के माता-पिता को बताने के लिए प्रशिक्षित है
अमेरिका: आपबीती बताता बच्चा
फोटोग्राफर रॉबिन हैमंड न्यूजीलैंड के रहने वाले हैं. उन्होंने अमेरिका के पांच राज्यों में बच्चों और युवाओं की तस्वीरें लीं. यहां जॉर्जिया के रहने वाले 11 साल के कॉलिन अपनी जिंदगी, मानसिक स्वास्थ्य और उन्हें चिंतित करने वाली चीजों के बारे में बात कर रहे हैं. और इस दौरान रॉबिन ने उन्हें अपने कैमरे में उतारा.
सिएरा लियोनः समुद्र में समाता अस्तित्व
ब्रिटिश फोटोग्राफर टॉमी ट्रेंचर्ड ने सिएरा लियोन जाकर 8 साल के एक बच्चे एनडोले कमारा के जीवन पर जलवायु परिवर्तन के असर को तस्वीरों में समेटा. यहां एनडोले नायंगाई द्वीप स्थित अपनी झोपड़ी के किनारे पर बैठा है जिसकी दीवार तक समुद्र की ऊंची उठती लहरें पहुंचने लगी हैं. हर बार द्वीपवासियों के घर समुद्र की चपेट में आते हैं तो वह उठकर थोड़ी दूर चले जाते हैं लेकिन यह लहरें वहां भी पहुंच जाती हैं.
भारतः पानी के नन्हें योद्धा
पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में फोटोग्राफर सुप्रतिम भट्टाचार्जी ने कंग्साबती नदी के तट पर गड्ढा करके पीने का पानी निकाल रही एक छोटी सी लड़की को कैमरे में कैद किया है. इस इलाके में पानी के संकट ने लोगों को इस तरह के कदम उठाने पर मजबूर किया है. कुछ लोगों को पीने का पानी लेने के लिए कई किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती है जबकि कुछ अन्य लोग नदी के किनारों पर गड्ढे करके पानी लेने पर मजबूर हैं.
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी यूनीसेफ दुनिया भर के बच्चों के अधिकारों के लिए काम करती है. सन 2000 से लगातार यूनीसेफ जर्मनी 'फोटो ऑफ द ईयर' अवॉर्ड देता है. यह ईनाम उन तस्वीरों या फोटो सीरीज को दिया जाता है जो दुनिया भर में बच्चों की जिंदगी के हालात को अनूठे तरीके से दिखाती हैं.