जमीन के नीचे बिन मिट्टी खेती
लंदन में जमीन के नीचे यह अद्भुत खेत है जहां ना मिट्टी है ना ट्रैक्टर, लेकिन फसलें लहलहा रही हैं. देखिए, भविष्य की एक झलक...
जमीन के नीचे खेती
दक्षिणी लंदन में कालफैम में इतनी भीड़ है कि खेती की तो कोई जगह ही नहीं है. फिर भी, जमीन के नीचे खेती जारी है.
शाक सब्जियां उगती हैं
जीरो कार्बन फार्म्स नाम की कंपनी जमीन के 30 मीटर नीचे इस खेत में शाक-सब्जियां और मसाले देने वाले पौधों की खेती कर रही है, जिन्हें स्थानीय रेस्तराओं और किराना दुकानों को सप्लाई किया जाता है.
बढ़ रहा है आकार
एलईडी बल्बों की गुलाबी रोशनी में यहां सात साल से खेती हो रही है और इन सात सालों में खेत का आकार दोगुना हो गया है.
भारी निवेश
इस उद्योग में अब कई निवेशक दिलचस्पी दिखा रहे हैं और अरबों डॉलर का निवेश किया जा रहा है. कंपनी के प्रमुख टोमासो वरमीर कहते हैं, “इस उद्योग के लिए भविष्य बहुत-बहुत उज्ज्वल है. तकनीक का सही इस्तेमाल इसमें अहम मोड़ साबित होगा.”
वर्टिकल फार्मिंग
इस तरह की खेती को वर्टिकल फार्मिंग कहा जाता है क्योंकि जिन बक्सों में फसल उगाई जाती है उन्हें एक दूसरे के ऊपर रखा जाता है. वर्टिकल फार्मिंग को भविष्य में भोजन की कमी की चुनौती के हल के रूप में देखा जाता है.
सस्ता और टिकाऊ
बीजों को चटाई पर बोया जाता है और कर्मचारी पूरे साज-ओ-सामान के साथ खेत में आते हैं. वातावरण को तकनीकी रूप से नियंत्रित किया जाता है. इस तरीके की खेती में 70-90 प्रतिशत तक कम पानी इस्तेमाल होता है और 95 प्रतिशत तक कम खाद.
बंकर में खेती
ब्रिटेन में ही ऐसे दर्जनों वर्टिकल फार्म बन चुके हैं. कालफैम का फार्म दूसरे विश्व युद्ध के वक्त बम हमलों से बचने के लिए बनाए गए एक बंकर में चल रहा है.