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विवादयूक्रेन

यूक्रेनी राष्ट्र्पति ने की शांति वार्ता की अपील

१९ मार्च २०२२

वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस से कहा है कि वह जितनी जल्दी शांति वार्ता शुरू करेगा, उसे उतना ही कम नुकसान होगा. यूक्रेन युद्ध पर हो रही वार्ताएं अभी चेतावनियों और अपीलों के जरिए माहौल टटोल रही हैं.

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यूक्रेन के  राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्कीतस्वीर: Uncredited/Ukrainian Presidential Press Office/AP/picture-alliance

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शनिवार को रूस के साथ शांति और सुरक्षा के लिए सार्थक बातचीत की अपील की. वीडियो संबोधन में जेलेंस्की ने कहा, "बातचीत रूस के पास एकमात्र मौका है, जिसके जरिए वह अपनी गलतियों से हुए नुकसान को कम कर सकता है."

जेलेंस्की की बातों में रूस के लिए स्पष्ट संदेश था. यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, "मैं चाहता हूं कि हर कोई मुझे सुने, खासकर मॉस्को में. बैठक का समय आ चुका है, बात करने का समय यही है."

रूसी हमले के बाद कीव की एक रिहाइशी इमारत
रूसी हमले के बाद कीव की एक रिहाइशी इमारततस्वीर: Daniel CengxShou-Yix/Zuma/Imago

24 फरवरी, 2022 से रूसी हमला झेल रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति ने आगे कहा, "यूक्रेन की क्षेत्रीय संप्रभुता और उसके लिए न्याय बहाल करने का समय आ चुका है." इसके साथ ही उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चेतावनी भी दी, "अन्यथा, रूस का इतना नुकसान होगा कि उससे उबरने में कई पीढ़िया लग जाएंगी."

रूस और यूक्रेन के बीच कुछ हफ्तों से द्विपक्षीय बातचीत भी हो रही है. कई चरणों के बाद भी इस बातचीत से अब तक कोई पुख्ता समाधान नहीं निकला है.

यूक्रेन युद्ध के चलते अपनी रक्षा और चीन नीति बदलेगा जर्मनी

जेलेंस्की के बयान से एक दिन पहले रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने जर्मन चांसलर ओलाश शॉल्त्स से टेलीफोन पर बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने यूक्रेन पर समझौते की कोशिशों को टालने का आरोप लगाया.

बाइडेन और शी ने क्या बात की?

यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर ही शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच भी बातचीत हुई. करीब दो घंटे चली वीडियो कॉन्फ्रेंस में कोई ठोस नतीजा नहीं निकला. बाइडेन ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उसने यूक्रेन में सेना घुसाने वाले रूस का समर्थन किया, तो बीजिंग को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.

व्हाइट हाउस के मुताबिक, "राष्ट्रपति ने इस संकट के कूटनीतिक समाधान को लेकर अपना समर्थन जाहिर किया." बयान के अगले हिस्से में कहा गया, "दोनों नेताओं के बीच संवाद की लाइनें खुली रखने और आपसी प्रतिस्पर्धा को मैनेज करने पर भी सहमति बनी." 

यूक्रेन के मसले पर बाइडेन और शी की बातचीत
यूक्रेन के मसले पर बाइडेन और शी की बातचीततस्वीर: Liu Bin/Xinhua/dpa/picture alliance

 

वहीं चीनी राष्ट्रपति ने भी पहले आपसी संवाद और वैश्विक शांति को लेकर दोनों देशों की भूमिका का जिक्र किया. लेकिन कुछ देर बाद चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी अमेरिका को खरी-खरी सुनाई. वीडियो कॉल के बाद चीनी विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया. इस बयान में नाटो के विस्तारीकरण और पश्चिमी देशों की शीत युद्ध वाली मानसिकता का जिक्र किया गया.

चीनी विदेश मंत्रालय के बयान में दो चीनी मुहावरों का जिक्र भी किया गया. यह मुहावरे हैं, "जिसने बाघ के गले में घंटी बांधी है, उसी को यह खोलनी होगी" और "ताली एक हाथ से नहीं बजती है."

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जपोरिजिया के पास न्यूक्लियर पावर प्लांट
जपोरिजिया के पास न्यूक्लियर पावर प्लांटतस्वीर: Zaporizhzhia nuclear power plant/AP/picture alliance

न्यूक्लियर पावर प्लांट के करीब बसे शहर में कर्फ्यू

इस बीच यूक्रेन युद्ध के 24वें दिन यूक्रेनी सेना ने देश के दक्षिणी शहर जपोरिजिया में 38 घंटे का कर्फ्यू लगा दिया है. शहर के मेयर अनातोलिय कुर्तिएव ने सोशल मीडिया पर कर्फ्यू की जानकारी देते हुए लिखा, "इस दौरान बाहर न निकलें."

कुर्तिएव के मुताबिक शुक्रवार को शहर के बाहरी इलाकों में हुई बमबारी में नौ लोग मारे गए और 17 घायल हुए. जपोरिजिया वही शहर है, जिसके पास मौजूद परमाणु बिजलीघर को रूसी सेना ने दो हफ्ते पहले अपने नियंत्रण में लिया. रूसी सेना पर न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हमला करने के आरोप भी लगे. यूक्रेन के अधिकारियों का आरोप है कि रूसी सेना न्यूक्लियर पावर प्लांट के पास विस्फोटकों में धमाका भी कर रही है.

ओएसजे/वीएस (एपी, एएफपी, रॉयटर्स, डीपीए)