ट्रंप ने बैन को न मानने वाली अटॉर्नी जनरल की छुट्टी की
३१ जनवरी २०१७येट्स ने अमेरिकी न्याय मंत्रालय के अधिकारियों से कहा कि वे ट्रंप सरकार की तरफ से सात देशों के लोगों के अमेरिका में आने पर लगाए गए प्रतिबंध का बचाव न करें. सोमवार को व्हाइट हाउस ने येट्स को हटाए जाने की जानकारी दी. व्हाइट हाउस के बयान में कहा गया कि राष्ट्रपति के अध्यादेश को लागू करने से इनकार करके उन्होंने "न्याय मंत्रालय को धोखा दिया है".
बयान के अनुसार, "मिस येट्स को ओबामा प्रशासन ने नियुक्त किया था जो सीमा और गैर कानूनी आप्रवासन जैसे विषयों पर कमजोर हैं." व्हाइट हाउस के प्रवक्ता शॉन स्पाइसर ने ट्विटर पर नयी अटॉर्नी जनरल की नियुक्त का एलान किया. उन्होंने ट्वीट किया कि डाना बोएंटे को नया अटॉर्नी जनरल बनाया गया है.
डाना बोएंटे तब तक इस पद पर काम करेंगी जब तक ट्रंप की तरफ से नामांकित अटॉर्नी जनरल जेफ सेशंस की नियुक्ति को सीनेट से मंजूरी नहीं मिल जाती.
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने येट्स को 2015 में अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया था. येट्स का कहना है कि सात मुस्लिम बहुल देशों के लोगों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध के अध्यादेश को वह कानूनी नहीं मानतीं. उन्होंने कहा, "न्याय मंत्रालय इस अध्यादेश के समर्थन की पैरवी नहीं करेगा."
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उधर वॉशिंगटन स्टेट के अटॉर्नी जनरल बॉब फर्ग्यूसन ने इस अध्यादेश को गैर कानूनी और असंवैधानिक बताते हुए इसके खिलाफ मुकदमा दायर किया है. पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी इस अध्यादेश का विरोध करने वालों की आवाज में अपनी आवाज मिलाई है. ओबामा के प्रवक्ता केविन लेविस ने एक बयान में कहा कि ओबामा बुनियादी तौर पर लोगों के साथ उनके धर्म के आधार पर भेदभाव किए जाने से सहमत नहीं हैं.
हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने सफाई दी है कि यह अध्यादेश मुसलमानों पर प्रतिबंध नहीं है. उन्होंने मीडिया पर गलत रिपोर्टिंग का आरोप भी लगाया है. इस अध्यादेश की चौतरफा आलोचना के बीच ट्रंप ने बयान जारी कर कहा है, "स्पष्ट तौर पर समझा जाना चाहिए कि यह मुसलमानों पर प्रतिबंध नहीं है, जैसा कि मीडिया खबरें चला रहा है.”
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ट्रंप ने पिछले दिनों एक अध्यादेश पर हस्ताक्षर किए जिसके मुताबिक अमेरिका में इराक, सीरिया, ईरान, सूडान, सोमालिया, यमन और लीबिया के लोगों के प्रवेश पर 90 दिन का प्रतिबंध लगाया गया है. ट्रंप ने कहा, "अमेरिका गर्व के साथ प्रवासियों का देश है और आगे भी वह दमन से जान बचाकर भाग रहे लोगों के प्रति दया दिखाता रहेगा. लेकिन हमें अपने लोगों और सीमाओं की रक्षा करनी है.”
ट्रंप ने कहा कि उनके अध्यादेश का धर्म से कोई लेना देना नहीं है. उनके मुताबिक, "यह धर्म से जुड़ा नहीं है, बल्कि इसका संबंध आतंकवाद और अपने देश को सुरक्षित रखने से है.”
एके/वीके (एपी, रॉयटर्स)