नदी पर बिछी कचरे की चादर
बोस्निया की नदी में बहते कचरे की ये तस्वीरें डराने वाली हैं. पर्यटन पर आधारित वाइसग्राद शहर के इस मंजर से लोगों की रोजी-रोटी तक खतरे में पड़ गई है.
नदी पर कचरा
बोस्निया के वाइसग्राद शहर में आने वाले पर्यटकों का सामना इस मंजर से होता है. दारीना नदी पर तैरता यह कचरा सारे इलाके की सुंदरता पर एक बदनुमा दाग बन गया है.
ड्रमों की बाड़
दारीना नदी मोंटेनीग्रो और सर्बिया से होती हुई बोस्निया पहुंचती है. वहां करीब 20 साल पहले ड्रमों से एक बाड़ बनाई गई थी, जिसका मकसद नदी में आने वाले कचरे को रोकना था.
फैलती चादर
इन ड्रमों के कारण जमा होता कचरा अब 5,000 क्यूबिक मीटर में फैल चुका है. यह हर साल यहां जमा होता है. इसमें ज्यादातर प्लास्टिक की बोतल हैं लेकिन और चीजें भी मिल जाती हैं. यहां तक कि मरे हुए जानवरों से लेकर टीवी और फ्रिज तक.
अन्य शहरों का कचरा
विशेषज्ञ बताते हैं कि नदी जिन शहरों से बहकर आती है, उनका कचरा भी पानी में गिरता रहता है और वाइसग्राद में आकर जमा हो जाता है, क्योंकि यहां बाड़ लगी है.
जल और जीवन के लिए खतरनाक
हर साल बारिश के बाद यह कचरा जमा किया जाता है और इसे जलाया जाता है. विशेषज्ञ इसे भी खतरनाक मानते हैं क्योंकि उससे वायु प्रदूषण होता है. इसके अलावा नदी को भी खतरा पैदा हो गया है.
रोजी रोटी पर मार
स्थानीय लोग कहते हैं कि इस कचरे के कारण पर्यटन प्रभावित हो रहा है. वाइसग्राद शहर ओटोमान काल के एक पुल के लिए मशहूर है जिसे देखने हर साल हजारों लोग आते हैं.