विद्यार्थी जिन्होंने जेएनयू से पढ़कर पाया ऊंचा मुकाम
जेएनयू पिछले पांच साल में सबसे चर्चित यूनिवर्सिटी. सोशल मीडिया पर जेएनयू की इमेज खराब करने की कोशिश हो रही है. जानिए जेएनयू से निकले ऐसे विद्यार्थियों को जिन्होंने देश-दुनिया में अपनी शिक्षा और काबिलियत का लोहा मनवाया.
निर्मला सीतारमण
भारत की वर्तमान वित्त मंत्री और पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री रहीं निर्मला सीतारमण जेएनयू से पढ़ी हैं. उन्होंने वहां से अर्थशास्त्र में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है.
एस जयशंकर
भारत के विदेश सचिव रहे और वर्तमान में विदेश मंत्री एस जयशंकर भी इसी विश्वविद्यालय से पढ़े हैं. जयशंकर ने अंतरराष्ट्रीय संबंधों में यहां से डॉक्टरेट की पढ़ाई की है.
अभिजीत बनर्जी
साल 2019 में अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार जीतने वाले अभिजीत बनर्जी भी जेएनयू से पढ़े हुए हैं. उन्होंने 1983 में अर्थशास्त्र में मास्टर्स किया. वो छात्र राजनीति में सक्रिय रहे और जेएनयू के दिनों जेल भी गए थे.
अली जैदान
जेएनयू में विदेशी विद्यार्थी भी बड़ी संख्या में पढ़ते हैं. 2012 से 2014 तक सीरिया के प्रधानमंत्री रहे अली जैदान जेएनयू से पढ़े हैं.
बाबूराम भट्टाराई
भारत के पड़ोसी देश नेपाल के 2011 से 2013 तक प्रधानमंत्री रहने वाले बाबूराम भट्टाराई भी जेएनयू से पढ़े हैं.
सीताराम येचुरी
लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में मास्टर्स किया. उन्होंने अर्थशास्त्र में पीएचडी में दाखिला लिया. लेकिन आपातकाल के दौरान गिरफ्तारी हो जाने की वजह से वो पीएचडी पूरी नहीं कर पाए.
योगेंद्र यादव
आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और स्वराज इंडिया संस्था चलाने वाले प्रोफेसर योगेंद्र यादव भी जेएनयू से पढ़े हैं. उन्होंने 1981 से 1983 तक जेएनयू में पढ़ाई की थी.
अब्दुल सत्तार मुराद
अफगानिस्तान के आर्थिक मामलों के मंत्री अब्दुल सत्तार मुराद भी जेएनयू से पढ़े हैं. उन्होंने 1976 में राजनीति शास्त्र में जेएनयू से बैचलर डिग्री ली थी. (तस्वीर में सबसे बाएं.)
अमिताभ कांत
मोदी सरकार ने योजना आयोग की जगह बनाए नीति आयोग बनाया. नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत भी जेएनयू से पढ़े हैं. उन्होंने जेएनयू से मास्टर्स किया है. (तस्वीर में बाएं.)