प्रेगनेंसी में अगर थॉयराइड ठीक से काम ना करे तो इससे एनीमिया यानी खून की कमी हो सकती है. कुछ मामलों में मिसकैरेज भी हो सकता है. या फिर बच्चा होने के बाद खूब ब्लीडिंग और बच्चा होने से पहले प्लसैंटा के खराब होने का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए प्रेगनेंसी के शुरुआती तीन महीनों में मां के थॉयराइड ग्लैंड का ठीक से काम करना बहुत जरूरी होता है.
सेहत से जुड़ी वो बातें जिन पर अकसर खुल कर बात नहीं होती. पीरियड्स से ले कर प्रेग्नेंसी, ब्रेस्टफीडिंग से मेनोपॉज तक, समझिए सेहत से जुड़े हर पहलु को, ईशा के साथ.